पुणे मल्टीप्लेक्स में कर्मचारी की पिटाई (pic credit; social media)
Chaos in Pune Cinema Hall: पुणे के एक मल्टीप्लेक्स में गंभीर घटना सामने आई है। एक 29 वर्षीय तकनीकी कर्मचारी को फिल्म ‘द कॉन्ज्यूरिंग – लास्ट राइट्स’ के सस्पेंस को उजागर करने पर एक दर्शक ने पीट दिया। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, तकनीकी कर्मचारी ने दर्शक को चेतावनी दी थी कि वह फिल्म का मुख्य सस्पेंस न खोले क्योंकि अन्य दर्शक आनंद नहीं ले पाएंगे। इसी कारण विवाद बढ़ गया और आरोपी ने हिंसक रूप अपनाया। मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों और दर्शकों ने कर्मचारियों को बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उन्हें भी धमकाया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की उम्र लगभग 32 साल है और वह स्थानीय निवासी है। आरोपी ने बताया कि उसने गुस्से में कर्मचारी को पीटा क्योंकि वह फिल्म के सस्पेंस को जल्दी साझा कर रहा था। पुलिस ने घटना की जांच के लिए CCTV फुटेज और गवाहों के बयान को भी रिकॉर्ड किया।
विशेषज्ञों का कहना है कि सिनेमाघरों में ऐसी हिंसा दुर्लभ लेकिन गंभीर घटना मानी जाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि सिनेमाघरों में सुरक्षा व्यवस्था और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। मल्टीप्लेक्स प्रबंधन ने भी सभी कर्मचारियों को सतर्क रहने और किसी भी हिंसक घटना की तुरंत रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि दर्शकों को फिल्म का अनुभव प्रभावित करने वाले विवादों से बचाने के लिए सतर्कता बढ़ाना जरूरी है। पुलिस और प्रशासन ने कहा कि आरोपी को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मल्टीप्लेक्स के अधिकारियों ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
कुल मिलाकर, पुणे के इस सिनेमा हॉल में हुई हिंसा ने सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने की आवश्यकता को उजागर किया है। घटना के तुरंत बाद आरोपी की गिरफ्तारी ने स्पष्ट संदेश दिया कि ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुणे के एक मल्टीप्लेक्स में तकनीकी कर्मचारी को फिल्म का सस्पेंस उजागर करने पर एक दर्शक ने पीट दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू की।