पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (सोर्स: सोशल मीडिया)
Pimpri News In Hindi: पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने शहर में जलापूर्ति योजना और प्रबंधन में सुधार के लिए अवैध नल कनेक्शनों पर पानी के मीटर लगाने का अभियान शुरू किया है।
इसका कुछ पूर्व नगरसेवक, पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और झोपड़पट्टियों के दबंग लोग चोरी से लिए गए नल कनेक्शनों पर मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सीधे पानी चोरी का केस दर्ज कराने का निर्णय मनपा प्रशासन ने लिया है। इस तरह से जलापूर्ति विभाग अब पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है।
शहर की बढ़ती आबादी और सीमित जलस्रोत को देखते हुए जलापूर्ति का सटीक प्रबंधन किया जा रहा है। पानी की बर्बादी रोकने और अवैध उपयोग पर नियंत्रण रखने के लिए सभी प्रकार के नल कनेक्शनों पर मीटर लगाने का अभियान शुरू किया गया है। इस दौरान प्रत्येक नल कनेक्शन धारकों की जानकारी एकत्र की जा रही है और अवैध कनेक्शनों को नियमित किया जा रहा है। शहर में करीब 30,000 से अधिक अवैध नल कनेक्शन होने का अनुमान है। मनपा का कहना है कि लगभग 30% पानी की चोरी हो रही है जिससे प्रशासन को भारी नुकसान हो रहा है। इसकी वजह से कुछ इलाकों में पानी की कमी भी झेलनी पड़ रही है।
अब तक 2,500 अवैध कनेक्शनों पर मीटर लगाए जा चुके हैं, लेकिन कुछ स्थानों पर इसका विरोध जारी है। इन विरोध करने वालों के खिलाफ अब सीधे पानी चोरी के केस दर्ज किए जाएंगे। प्रशासन ने साफ कहा है कि आगे से पानी चोरी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शहर में घरेलू नल कनेक्शनों के साथ-साथ व्यवसायिक जल उपयोग पर भी निगरानी रखी जा रही है। होटल, वॉशिंग सेंटर, आरओ प्लांट्स, रेस्तरां और निर्माण कार्यों में पीने के पानी का अवैध व्यावसायिक उपयोग तुरंत बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन लोगों ने अवैध नल कनेक्शन लिए हैं, उन्हें तुरंत नियमित करवाकर मीटर लगाने की चेतावनी दी गई है, अन्यथा उन पर केस दर्ज किया जाएगा।
मनपा के अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभले पाटील ने कहा है कि सहयोग कर मीटर लगवाना चाहिए, जी लोग अवैध कनेक्शन पर मीटर लगाने का विरोध करेंगे, उनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कर नल कनेक्शन स्थायी रूप से तोड़े जाएगा।
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पिंपरी-चिंचवड़ शहर को मिलने वाले हर बूंद पानी का हिसाब जरूरी है, मीटर लगने से पानी के उपयोग की सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे सप्लाई की बेहतर योजना बनाई जा सकेगी और अपव्यय रोका जा सकेगा।