
बस (सोर्स: सोशल मीडिया)
Pune City Bus News: पुणे महानगर परिवहन महामंडल (पीएमपी) द्वारा टिकट की दरें बढ़ाए जाने के बावजूद मौजूदा वित्तीय वर्ष में परिचालन घाटा (ऑपरेशनल डेफिसिट) साढ़े नौ सौ करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। इसलिए पीएमपी को टिकटों से होने वाली इनकम के साथ-साथ अन्य स्रोतों से इनकम बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे।
पीएमपी को पिछले वर्ष 641 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। खर्च और इनकम का आकलन करने के बाद भी 2024-25 में परिचालन घाटा 885 करोड़ था। इसलिए पीएमपी ने परिचालन घाटा कम करने के लिए टिकटों के किराए में 30 प्रतिशत की वृद्धि की है। लेकिन टिकट दरें बढ़ाने के बाद यात्रियों की संख्या में कमी आई है। फिर भी टिकटों से होने वाली इनकम बढ़ी है। पीएमपी को प्रतिदिन टिकटों से औसतन सवा दो करोड़ रुपये मिल रहे हैं।
पीएमपी का खर्च बढ़ने के कारण परिचालन घाटा बढ़ रहा है। पीएमपी द्वारा हाल ही में पेश किए गए 2025-26 की रिपोर्ट के अनुसार कुल 948 करोड़ 50 लाख 60 हजार रुपये का परिचालन घाटा होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। संस्था की कुल अनुमानित इनकम 798 करोड़ 50 लाख है जबकि अपेक्षित खर्च 1,747 करोड़ एक लाख है। बैठक में यह भी बताया गया कि दैनिक संचालन के लिए अतिरिक्त धन की आवश्यकता है।
पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ मनपाओं द्वारा पीएमपी को हर साला परिचालन घाटे की भरपाई के लिए राशि दी जाती है। साला 2024-25 में दोनों मनघाओं ने परिचालन घाटे की भरपाई के लिए 885 करोड़ दिए थे। 2025-26 में परिचालन घाटा 948 करोड़ तक जाने का अनुमान है।
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बढ़ी हुई यह राशि दोनों मनपाओं को ही देनी पड़ेगी। इसका मतलब है कि नए वित्तीय वर्षी में दोनों मनघाओं पर परिचालन घाटे का 63 करोड़ का अतिरिक्ता बोझ उठाना पड़ेगा।
पुणे महानगर परिवहन महामंडल के अध्यक्ष पंकज देवरे पीएमपी के परिचालन घाटे को कम करने के प्रयास जारी हैं। इसके लिए डिपो का विकास करके धन जुटाने पर विचार किया जा रहा है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि पीएमपी की जगहों पर निजी वाहनों के लिए सीएनजी पंप स्थापित करके कुछ इनकम बढ़ाई जा सकती है या नहीं।






