
अजित पवार (सौजन्य-IANS)
Ajit Pawar Pune Tickets: आगामी पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) चुनावों से पहले अजित पवार के नेतृत्व वाली राकां के टिकट वितरण ने पुणे की राजनीति में जबरदस्त विवाद खड़ा कर दिया है। अजित गुट ने सीधे तौर पर गृह मंत्रालय की अपराध-विरोधी नीति को चुनौती देते हुए कथित गैंगस्टरों के परिजनों को टिकट दिए हैं।
जिससे कानून-व्यवस्था और राजनीतिक नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं और गैंगस्टरों के परिजनों को टिकट देने के मामले में अजित गुट चौतरफा घिरता नजर आ रहा है।
सबसे पहले गुट ने कथित गैंगस्टर गजा मारणे की पत्नी जयश्री को वार्ड क्र.10 से उम्मीदवार घोषित करते हुए एबी फॉर्म जारी किया। जानकारों का मानना है कि यह निर्णय उनके बयानों के बिल्कुल उलट है।
इसी क्रम में अपराध जगत से जुड़े आंदेकर गिरोह के मुखिया बंडू आंदेकर के परिवार को समर्थन दिए जाने से विवाद और गहरा गया। एबी फॉर्म भरने की अंतिम तिथि पर पता चला कि अजित गुट ने आंदेकर की भाभी लक्ष्मी और बहू सोनाली को समर्थन दिया है। आंदेकर पर अपने नाती की हत्या का आरोप है और वह राकां द्वारा उम्मीदवार घोषित अपने परिजनों के साथ फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
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पिंपरी पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (पीसीएमसी) चुनाव के लिए चल रही भाजपा और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के बीच गठबंधन की चर्चा मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के समय से ठीक ढाई घंटे पहले विफल हो गई। इस अचानक हुए राजनीतिक घटनाक्रम के कारण शिवसेना (शिंदे गुट) के उम्मीदवारों को अपना नामांकन दाखिल करने के लिए आखिरी समय में भारी भागदौड़ करनी पड़ी। अब भाजपा ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले गुट) के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है।






