मनोज जरांगे और देवेंद्र फडणवीस (सोर्स: सोशल मीडिया)
पुणे: मराठा आरक्षण आंदोलनकर्ता मनोज जरांगे आए दिन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाते रहते हैं। मंगलवार को जरांगे ने उपमुख्यमंत्री पर फिर एक बार हमला बोला है। मनोज जरांगे ने फडणवीस को मराठाओं का विरोधी बताते हुए कहा कि उनकी वजह से ही आरक्षण का मामला लटका है। उन्होंने कहा कि फडणवीस के बिना सरकार में कोई भी फैसला नहीं होता।
मराठा आरक्षण आंदोलन की अगुवाई करने वाले कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने मंगलवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ‘मराठियों से नफरत करने वाला’ करार दिया और दावा किया कि राज्य सरकार में उनकी इच्छा के बिना कुछ भी नहीं होता तथा वह वही करते हैं जो उन्हें सही लगता है।
मनोज जरांगे ने यह भी चेतावनी दी कि अगर मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं मिला तो राज्य में महायुति गठबंधन सत्ता में नहीं रहेगा। जरांगे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘लाडली बहन योजना’ जैसी योजनाएं ला रही है, लेकिन वह समुदाय को न तो कोटा प्रदान करने के लिए तैयार है ना ही और कृषि उपज को उचित मूल्य दे रही है।
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मराठा आंदोलनकारी जरांगे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने लाडली बहन योजना की शुरुआत की। अब चूंकि दिवाली नजदीक आ रही है, इसलिए एक और योजना ‘आनंदाचा शिधा’ (खाद्य किट का वितरण) लाई जाएगी और घटिया सामग्री वितरित की जाएगी… लोग समझ चुके हैं कि फडणवीस किस तरह की सरकार चला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अगर सत्तारूढ़ गठबंधन मराठाओं को आरक्षण नहीं देता है तो वह एक भी सीट नहीं जीत पाएगा।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस की निजी आलोचना किए जाने के बारे में पूछे जाने पर जरांगे ने कहा कि हर बात के पीछे फडणवीस हैं और उनकी इच्छा के बिना सरकार में कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि ‘‘मेरे खिलाफ (धोखाधड़ी) जो मामला है, उसे ही देखिए 13 साल बाद सामने आया। लेकिन मैं जेल जाने से भी पीछे नहीं हटूंगा।”
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आरक्षण पर अध्यादेश की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर जरांगे ने कहा कि फडणवीस किसी भी मुद्दे पर काम नहीं करने दे रहे हैं, चाहे वह ‘सगे सोयरे’ (रक्त संबंधियों) का मुद्दा हो या किसानों से जुड़ा मुद्दा हो। उन्होंने कहा कि ‘‘वह वही करते हैं जो उन्हें सही लगता है। उनके इशारे पर भाजपा के कुछ नेताओं ने मराठों में दरार पैदा करनी शुरू कर दी है। हाल ही में, उन्होंने इस तरह का विभाजन पैदा करने के लिए एक अभियान चलाया। फडणवीस इस तरह के हथकंडे अपनाकर भाजपा को खत्म करने के लिए जिम्मेदार होंगे।”
जरांगे सभी कुनबी (कृषक) और उनके ‘सगे सोयरे’ को मराठा के रूप में मान्यता देने के लिए ओबीसी प्रमाण पत्र की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘फडणवीस मराठियों से नफरत करने वाले हैं। मराठों के प्रति उनमें इतनी नफरत है कि वह ‘सगे सोयरे’ को आरक्षण संबंधी अध्यादेश का काम नहीं होने दे रहे हैं। उन्हें राकांपा के मंत्री छगन भुजबल का समर्थन हासिल है, जिसके आधार पर समुदायों के बीच जहर फैलाने का काम चल रहा है।”
आगामी राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने की उनकी योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उम्मीदवार उतारने या विपक्षी उम्मीदवारों को हराने का फैसला समुदाय के साथ बातचीत करने के बाद लिया जाएगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)