
हर्षवर्धन सपकाल और अजित पवार और पार्थ पवार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Congress leader Harshvardhan Sapkal: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की कंपनी अमीडिया होल्डिंग्स एलएलपी पर 1,800 करोड़ रुपये की ज़मीन सिर्फ़ 300 करोड़ रुपये में खरीदने के गंभीर आरोप लगा है। इस मामले के सामने आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हंगामा मच गया। इस घटना के बाद, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने अजित पवार और उनके दूसरे बेटे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा, “अजित पवार अपनी संपत्ति और जेल जाने के डर से भाजपा में शामिल हुए हैं। हालांकि, भाजपा में शामिल होने के बाद भी उनके कारनामे बंद नहीं हुए हैं। वह अपने दोनों बेटों से नंबर दो का काम करवाते हैं और खुद नंबर दस बनकर उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर मजबूती से जमे हुए हैं।”
सपकाल ने आगे कहा कि अजित पवार के एक बेटे का भ्रष्टाचार पुणे के इसी ज़मीन मामले से शुरू हुआ।
गॅंग ऑफ ट्रिपल इंजिन सरकार एकमेकांची प्रकरणे बाहेर काढत आहे. pic.twitter.com/8NRHr8yik7 — Harshwardhan Sapkal (@INCHarshsapkal) November 6, 2025
उन्होंने कहा कि अजित पवार के एक और चिरंजीवी की टैंगो नाम की शराब कंपनी है। इस देसी शराब कंपनी को फ़ायदा पहुंचाने के लिए अजित पवार ने कई फ़ैसले लिए हैं। टैंगो को बचाने के लिए अजित पवार ने उस विभाग में आबकारी विभाग का मंत्री पद भी अपने पास रखा है, ताकि टैंगो के ज़रिए दूसरे बेटे को फ़ायदा हो। उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने गंभीर आरोप लगाया है कि ऐसा दोहरा धमाका, दोहरा भ्रष्टाचार, दोहरा नंबर दो का काम अजित पवार बड़े पैमाने पर कर रहे हैं।
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इस बीच हर्षवर्धन सपकाल ने आगे कहा, “राज्य के किसान कर्ज़ माफ़ी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अजित पवार उनकी अनदेखी कर रहे हैं। जिस जिले के वे संरक्षक मंत्री हैं, उसी जिले में वे अपने बेटे के लिए स्टाम्प शुल्क माफ कर रहे हैं। अजित पवार को ‘भस्म्या’ नाम का रोग है। यह ऐसा रोग है कि आप कितना भी खा लें, और खाने की इच्छा होती है। अगर इतना खा भी लिया है, तो और कितना खाएंगे?”






