अजिव पवार और शरद पवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: शरद पवार की दिवाली वर्षों से बारामती और पवार परिवार के समर्थकों के लिए आकर्षण केंद्र मानी जाती है। इस मौके पर परिवार के सभी सदस्य अपने मतभेदों को भुलाकर एक मंच पर आते थे और समारोह में आए लोगों से स्नेह पूर्व मिलते थे। लेकिन यह वर्षों पुरानी परंपरा शनिवार को टूट जाएगी। क्योंकि उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने अब अपना अलग दिवाली स्नेह मिलन समारोह आयोजित करने वाले हैं। बड़े पवार यानी शरद पवार का पाडवा (त्योहार) गोविंद बाग में तो वहीं छोटे पवार अर्थात उप मुख्यमंत्री अजित पवार का पाडवा काटेवाडी में आयोजित किया जाएगा।
महाराष्ट्र की राजनीति में बीते ढाई तीन वर्षों में काफी उथल पुथल देखने को मिली। इनमें शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का टूटना, उद्धव ठाकरे का कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाना, उद्धव और शरद पवार की पार्टी की कमान और चुनाव चिन्ह बागियों को मिलना, लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले के खिलाफ सुनेत्रा पवार का चुनाव लड़ना, जैसी कई अप्रत्याशित घटनाएं देखने को मिली हैं।
लेकिन वर्षों से महाराष्ट्र की राजनीति का केंद्र बिंदु रहे बारामती के पवार परिवार में अब जो होने वाला है वह इससे पहले कभी नहीं हुआ होगा। पार्टी और परिवार के विभाजन के बाद पवार परिवार की दिवाली भी अलग होने वाली है। इसकी घोषणा खुद अजित पवार ने की है।
यह भी पढ़ें:– महाराष्ट्र चुनाव: महायुति में 38 तो MVA में 18 पर बगावत, जानिए किन सीटों पर मचा है बवाल
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर एक पोस्ट साझा किया है। पोस्ट में अजित ने बारामती की जनता से अपील करते हुए लिखा है कि “वर्षों की परंपरा के अनुसार इस साल भी हम दिवाली का त्योहार एक साथ मिलकर मनाएंगे। उन्होंने आगे लिखा है कि दिवाली के उपलक्ष्य में मैं काटेवाड़ी स्थित अपने आवास पर आपका स्वागत करता हूं आइये बंधुत्व को बरकरार रखें।”
बारामतीकरांनो,
सालाबादाप्रमाणे यंदाचा हा दिवाळी सण एकत्र येऊन आपण सगळे साजरा करूया..!दीपावली पाडवानिमित्त काटेवाडी येथील माझ्या निवासस्थानी मी तुमचं स्वागतो करतो..!
चला, बंधुभाव जपूया..! pic.twitter.com/1BZqBkVFKf
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) November 1, 2024
गौरतलब हो कि वर्ष 2023 के अप्रैल महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में अजित पवार के नेतृत्व में बगावत के बाद दिवाली पर सभी लोग यह जानने के लिए उत्सुक थे के क्या बड़े पवार के दिवाली उत्सव (पाडवा) में अजित शामिल होंगे? हालांकि उस साल अजित पूरे परिवार के साथ उत्सव में शामिल हुए। पार्टी में विभाजन के के बाद भी तब पवार परिवार अविभाजित रहा।
यह भी पढ़ें:– महाराष्ट्र चुनाव: MVA में फ्रेंडली फाइट नहीं, इन दिग्गजों को मिली बागियों को मनाने की जिम्मेदारी
इसी साल मई जून में हुए लोकसभा चुनाव में अजित पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा को शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया। इससे पवार परिवार की कटुता चरम पर पहुंच गई। हालांकि अजित यह कबूल कर चुके हैं और माफी भी मांग चुके हैं कि सुप्रिया के खिलाफ सुनेत्रा को चुनाव में खड़ा करना मेरी बहुत बड़ी गलती थी लेकिन शरद पवार ने उन्हें माफ नहीं किया है।
विधानसभा चुनाव में अजित के खिलाफ उन्हीं के भतीजे युगेंद्र को बारामती से चुनाव मैदान में उतारकर शरद पवार ने वही दर्द दिया है जो सुनेत्रा की उम्मीदवारी से उन्हें को मिला था। सुप्रिया सुले ने भी युगेंद्र पवार के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया है।