रेल मंत्री पर भड़के आदित्य ठाकरे (डिजाइन फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। फडणवीस ने भगदड़ के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा,‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।’
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई। वहीं एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने कहा कि सीढ़ियों से उतरते समय कुछ यात्री फिसल गये और दूसरों पर गिर गये जिसके बाद यह घटना घटी। भगदड़ में एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हो गए थे। यहां प्लेटफार्म संख्या 14 और 15 पर प्रयागराज जाने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है।
वहीं शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर संभवतः अब तक की सबसे बड़ी भीड़ थी और यह “ऐतिहासिक और अप्रत्याशित” थी। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन को इसका पूर्वानुमान लगाना चाहिए था। इसके विपरीत प्रयागराज जा रही स्पेशल ट्रेन का प्लेटफॉर्म अचानक बदल दिया गया, ऐसे में यात्री उस प्लेटफॉर्म की ओर भागे, जिससे भगदड़ मच गई। इस दुर्घटना के लिए एकमात्र जिम्मेदार वह रेलवे अधिकारी है जिसने प्लेटफॉर्म नंबर बदलने का फैसला किया। उसे सजा मिलनी चाहिए।
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उन्होंने सवाल किया कि क्या रेलवे अधिकारी महाकुंभ में जाने वाले उत्साही श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था नहीं कर सकते थे? शिवसेना नेता ने कहा, ‘रेलवे को समग्र व्यवस्था करनी चाहिए थी।”
इस बीच, विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने भगदड़ में हुई मौतों को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर निशाना साधा और दावा किया कि वह ‘बस कोई भी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर देते हैं।’ ठाकरे ने कहा कि शायद वे आधिकारिक तौर पर इनका नाम बदलकर रील मंत्री भी रख दें। उन्होंने दावा किया, ‘चाहे वह रेलवे प्रबंधन हो, रेलवे का बुनियादी ढांचा हो या फिर रेलवे तंत्र में होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या हो। रेल मंत्रालय पहले कभी इतना दिशाहीन और अप्रभावी नहीं रहा।’