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वणी: लंबे समय से कड़ी धूप के कारण सुबह 10 बजे से ही भगवान सूर्य की किरणें इतनी गरम हो जाती थी कि कोई एक पल के लिए बाहर निकलना नहीं चाहता था। असहनीय गर्मी के कारण शहरी क्षेत्र में लोग कहते देखे कि बरसात (Rain) हो जाए तो मौसम (Weather) कुछ ठंडा हो जाए। शायद लोगों की गुहार भगवान ने सुनी जरूर पर वर्षा न करने के स्थान पर बदरीला मौसम कर दिया।
मौसम के कारण गर्मी से परेशान लोगों ने बदरीले मौसम का आने का जश्न ही मनाया। पिछले माह से तापमान (Temperature) चरम पर था। यहां के लोगों को 42 डिग्री तक तापमान का सामना करना पड़ा है, जबकि यहां आमतौर पर अधिकतम तापमान 36-37 डिग्री तक ही रहता है। बुखार, डिहाइड्रेशन, बदन दर्द, लू लगने और कई तरह की बीमारियों के कारण लोगों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। भीषण गर्मी के कारण सड़कें सूनी और बाजार सूने हो गए थे। गर्मी को सहना मुश्किल हो गया था। इस बार उच्च तापमान का रिकॉर्ड ही बन गया, जिससे अस्वस्थ माहौल बना हुआ है, लेकिन पिछले 2 दिनों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
हवा की गति में वृद्धि के कारण मौसम बदल गया है। सहनशील और सुखदायक परिस्थितियों के कारण, सूर्यनारायण की तपिश का प्रभाव कम हो गया है, लेकिन यह बदरीला मौसम कितने दिनों तक रहेगा ये तो प्रकृति ही जाने, लेकिन गुरुवार के बदरीले मौसम ने लगातार गर्मी के थपेड़े खा रहे लोगों को क्षणिक राहत प्रदान कर उन्हें आनंदित कर दिया।
गुरुवार अल सुबह से ही मौसम में परिवर्तन होने लगा। दोपहर में तेज धूप के बजाय जब बदरीनुमा मौसम हुआ तो लोगों के चेहरे खिल उठे अन्यथा तेज धूप में लोग बाहर निकलना भी पसंद नहीं करते, कुछ लोगों को तो मजबूरी में बाहर जाना ही पड़ता है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भी मौसम परिवर्तनशील रहेगा। वहीं स्थानीय लोगों के मुताबिक, कुछ इलाकों में महज कुछ देर के लिए बूंदाबांदी भी हुई है।






