
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स:सोशल मीडिया )
Nashik Municipal Budget 2025-26: नाशिक महानगरपालिका (मनपा) द्वारा वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए गए 3054.70 करोड़ रुपये के बजट में आवंटित निधि को अब पुनर्विलीनीकरण (निधि का विचलन) के नाम पर अन्य कार्यों के लिए मोड़ दिया गया है।
नगर निगम की आम सभा में यह प्रस्ताव पारित हुआ। इसके माध्यम से इस पर मुहर लगने के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि आर्थिक वर्ष की शुरुआत में जिस जनहित के उद्देश्य से निधि का प्रावधान किया गया था, वह अब साध्य होता हुआ नहीं दिख रहा है।
नियमानुसार, दिसंबर महीने में खर्च का जायजा लेकर संशोधित बजट तैयार किया जाना चाहिए। लेकिन मनपा के लेखा विभाग ने इस बार संशोधित बजट न बनाकर, सीधे पुनर्विलोकन प्रस्ताव पारित कर निधि को डायवर्ट कर दिया है।
प्रभावित विभाग मनपा द्वारा बजट तैयार करते समय जिस उद्देश्य से निधि का प्रावधान किया गया था, जैसे समाज कल्याण, निर्माण कार्य, खेल (क्रीडा), और महिला एवं बाल कल्याण, वह अब प्रभावित हो रहा है। ऐसी चर्चा है कि पार्षदों के स्वेच्छा निधि सहित सामाजिक कल्याण विभागों के फंड में कटौती की गई है।
यह निधि मुख्य रूप से तीन प्रमुख मदों के लिए मोड़ी (डायवर्ट) गई है- शहर के तीन आमदारों (विधायकों) के साथ-साथ वजनदार नेताओं के प्रभागों (वाडौँ) में कुछ काम शामिल किए गए हैं, जिसके लिए यह निधि इस्तेमाल की जाएगी। देवलाली विधानसभा क्षेत्र में जलकुंभ का निर्माण भी इसमें शामिल है।
सिंहस्थ कुंभ मेले के निमित्त पीपीपी-हॅम (PPP-HAM) मॉडल के अनुसार चल रहे सीवेज ट्रीटमेट प्लांट (सांडपाणी प्रक्रिया प्रकल्प) के काम के लिए एस्क्रो खाते में निधि देना अनिवार्य है।
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भले ही यह सीवेज प्रोजेक्ट पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ हो, लेकिन इसके लिए अनिवार्य निधि उपलब्ध कराने हेतु अन्य विभागों का फंड मोड़ने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
दत्तात्रेय पाथरूट, लेखाधिकारी, मनपा ने कहा, रचार वर्षों से संशोधित बजट नए बजट के साथ ही पेश किया जा रहा है। दिसंबर के अंत तक संशोधित बजट नहीं होता है। कुछ परियोजनाओं के लिए निधि जुटाने हेतु प्रस्ताव पारित किया गया है।






