बैंक धोखाधड़ाी मामले में ED की छापेमार कार्रवाई
नासिक: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नासिक, कोपरगांव और ठाणे में मेसर्स केजीएस शुगर एंड इंफ्रा कंपनी से जुड़े निदेशकों के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित ₹350 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी के सिलसिले में की गई, जिसमें जाली दस्तावेजों का उपयोग करके कर्ज लिया गया था। इन पैसों का गलत इस्तेमाल किया गया था।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, कंपनी ने केनरा बैंक के नेतृत्व वाले एक संघ से धोखाधड़ी करके ₹350 करोड़ से अधिक का कर्ज बैंक से लिया गया। उधार ली गई राशि को फिर अपने फायदे के लिए विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से डायवर्ट किया गया, जिसमें संपत्तियों और लक्जरी संपत्तियों की खरीद शामिल है।
ED, Mumbai has carried out search operations on 23.05.2025 at multiple residential and commercial premises located in Nashik, Kopargaon (Shirdi), and Thane under the provisions of the PMLA, 2002 in connection with an ongoing investigation against M/s KGS Sugar and others in a… pic.twitter.com/FW4uJMd04D
— ED (@dir_ed) May 26, 2025
कथित तौर पर कंपनी दिवंगत किसान नेता प्रहलाद पाटिल कराड से जुड़ी हुई है, जिनकी पहल पर इसकी स्थापना की गई थी। बोर्ड के कई सदस्य कराड के परिवार से बताए जाते हैं। कराड अब बंद हो चुकी निफाड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री के निदेशक भी थे। इसके बंद होने के बाद, केजीएस शुगर एंड इंफ्रा की स्थापना की गई।
नकदी और गहनों के साथ 10 लाख के शेयर जब्त
ईडी ने जालना जिले के एक पुलिस स्टेशन में कंपनी के निदेशक दिनकर बोडके और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन के आरोपों से जुड़ी एफआईआर के आधार पर अपनी जांच शुरू की। छापेमारी के दौरान ईडी ने 70.39 लाख रुपये नकद, 1.36 करोड़ रुपये के सोने के गहने, एक लग्जरी वाहन और 10 लाख रुपये के शेयर जब्त किए। अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बेनामी (प्रॉक्सी) संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज और अन्य वित्तीय रिकॉर्ड भी जब्त किए। प्रवर्तन निदेशालय के मुंबई जोन के नेतृत्व में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच जारी है।