वाड़ी में भटकते कुत्तों का आतंक। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: नागपुर के दत्तवाड़ी परिसर में गुरुवार की दोपहर एक दर्दनाक और भयावह घटना घटी। मात्र 6 वर्षीय मासूम स्वरूप विजय मेश्राम पर 3 भटकते कुत्तों ने उस समय जानलेवा हमला कर दिया, जब वह अपने घर के बाहर खेल रहा था। घटना से इलाके में सनसनी मच गई है और स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है।
घटना दोपहर के समय सुरक्षा नगर स्थित ‘एपी फिटनेस जिम’ के सामने हुई। स्वरूप अकेले ही अपने घर के पास खेल रहा था, तभी 3 आवारा कुत्ते अचानक उस पर टूट पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुत्तों ने स्वरूप को चारों ओर से घेर लिया और उसके शरीर को नोचना शुरू कर दिया। स्वरूप के चीखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक कुत्तों ने उसके शरीर के हिस्सों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए बच्चे को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि बच्चे की गर्दन पर गहरी चोट आई है, और उसका असर मस्तिष्क तक हो सकता है। इसलिए बच्चे को नागपुर के बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है। उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
यह पहली बार नहीं है जब वाड़ी और आसपास के इलाके में भटकते कुत्तों ने हमला किया हो। पिछले 3 महीनों में यह तीसरी घटना है। पहले भी 2 बच्चों और एक बुजुर्ग पर ऐसे ही हमले हो चुके हैं। इन घटनाओं ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। बच्चे अब घर से बाहर खेलने में डरने लगे हैं, और माता-पिता हर वक्त चिंता में रहते हैं।
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स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि नगर प्रशासन पूरी तरह से निष्क्रिय बना हुआ है। न तो अब तक कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई ठोस अभियान शुरू हुआ है, और न ही उनका टीकाकरण किया जा रहा है। इलाके में घूम रहे भटकते कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन उनके प्रति कोई नियंत्रण नहीं है।
घटना के बाद दत्तवाड़ी और सुरक्षा नगर के नागरिकों ने प्रशासन के खिलाफ तीव्र रोष व्यक्त किया। स्थानीय रहिवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने 48 घंटे के भीतर ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे रास्ता रोको आंदोलन या नगर निगम के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।
स्वरूप के माँ-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता विजय मेश्राम ने भावुक होते हुए कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे बच्चे के साथ घर के बाहर ऐसा कुछ होगा। वह तो बस खेलने गया था…” डॉक्टरों के अनुसार स्वरूप की हालत नाजुक है, लेकिन वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि बच्चा जल्द ठीक हो जाए।
भटकते कुत्तों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए
सभी कुत्तों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए
स्कूलों और कॉलोनियों के पास निगरानी बढ़ाई जाए
नागरिकों के लिए हेल्पलाइन या ऐप आधारित रिपोर्टिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाए