महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल द्वारा आयोजित 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित हो गए हैं, और नागपुर शहर के छात्रों ने एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
नागपुर के टॉपर्स की 'त्रिवेणी' (सौजन्यः सोशल मीडिया)
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल द्वारा आयोजित 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित हो गए हैं, और नागपुर शहर के छात्रों ने एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस साल नागपुर विभाग का कुल परिणाम 90.52% रहा, जो राज्य में आठवें स्थान पर है, लेकिन विद्यार्थियों की व्यक्तिगत उपलब्धियों ने इस आंकड़े को भी पीछे छोड़ दिया।
कॉमर्स संकाय में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर कॉलेज की छात्रा रुचिका भाकरे ने 96.67% अंकों के साथ पूरे नागपुर शहर में पहला स्थान हासिल किया। साइंस संकाय में अमोघ गोतमारे ने 95.17% अंक प्राप्त कर शानदार सफलता दर्ज की। वहीं, आर्ट्स संकाय में एलएडी कॉलेज की छात्रा प्रीशा गुप्ता ने 94.50% अंकों के साथ टॉप किया।
इन विद्यार्थियों की मेहनत, अनुशासन और समर्पण ने न सिर्फ अपने स्कूलों का, बल्कि पूरे नागपुर का नाम रोशन किया है। इनकी सफलता उनके माता-पिता, शिक्षकों और पूरे स्कूल तंत्र के लिए भी गर्व का विषय है।
खास बात यह रही कि नेत्रहीन छात्र इम्तियाज गुलाल ने भी इस परीक्षा में कमाल करते हुए आर्ट्स संकाय से 71% अंक अर्जित किए और सभी को प्रेरणा दी। इसके अलावा, आयुषी मेहाडिया ने कॉमर्स में 94.67% तथा रक्षा उईके ने 71.43% अंक प्राप्त किए।
महाराष्ट्र राज्य उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल की बारहवीं परीक्षा में नागपुर विभाग का कुल परिणाम 90.52% रहा है। राज्य के नौ विभागीय बोर्डों में नागपुर का स्थान नीचे से दूसरा, यानी आठवां रहा है।
पिछले वर्ष यह परिणाम 92.12% था, जिसकी तुलना में इस बार 1.60% की गिरावट दर्ज की गई है। मार्च 2025 में हुई बारहवीं परीक्षा के लिए नागपुर विभाग से कुल 1,52,046 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था।
इनमें से 1,51,116 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी और उनमें से 1,36,805 छात्र सफल हुए। जिलानुसार, गोंदिया ने 94.04% के साथ विभाग में पहला स्थान प्राप्त किया। इसके बाद नागपुर 93.40% के साथ दूसरे और चंद्रपुर 89.17% के साथ तीसरे स्थान पर रहा। वर्धा (87.77%), भंडारा (87.58%) क्रमशः चौथे और पाँचवें स्थान पर रहे, जबकि गढ़चिरौली 81.77% के साथ सबसे नीचे रहा।
एक बार फिर बेटियों का दबदबा: हर साल की तरह इस बार भी परीक्षा में छात्राओं ने छात्रों से बेहतर प्रदर्शन किया। कुल 74,204 छात्राओं ने परीक्षा दी, जिनमें से 69,576 (93.76%) उत्तीर्ण हुईं। वहीं, 76,912 छात्रों में से 67,229 (87.41%) छात्र पास हुए।