रेत माफियाराज को समूल नष्ट किया जाएगा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nagpur News: भंडारा-गोंदिया के सांसद डॉ. प्रशांत पडोले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भेंट कर जिले में चल रहे रेत माफियाराज से जुड़े सबूत सौंपे। इस पर मुख्यमंत्री ने रेत रैकेट को समूल नष्ट करने का आश्वासन दिया। पडोले ने कई इलेक्ट्रॉनिक और दस्तावेजी सबूत मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किए। डॉ. पडोले ने चंद्रपुर के जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ब्रह्मपुरी तहसील के बोंडेगांव क्षेत्र में रेत भरी जाने वाली हजारों गाड़ियों को 25 किमी दूर स्थित हल्दा स्थान की रॉयल्टी दिखाई गई, जिससे करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में ब्रह्मपुरी के तहसीलदार सतीश मसाल और ठेकेदार की मिलीभगत है, जिसके इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी उपलब्ध कराए गए हैं। सांसद ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी चंद्रपुर को ई-मेल और हस्ताक्षरित पत्र भेजे गए, लेकिन बार-बार स्मरण पत्र देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। तहसीलदार ब्रह्मपुरी का रवैया कार्रवाई के प्रति उदासीन रहा। इस पर सांसद ने तत्काल तहसीलदार को निलंबित कर संबंधित सभी अधिकारियों और ठेकेदारों पर मामला दर्ज कर जांच कराने की मांग की।
डॉ. पडोले ने बताया कि वर्ष 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने रेत वाहनों में जीपीएस सिस्टम लागू किया था। इसके बावजूद ओवरलोड और अवैध रेत परिवहन के कारण 400 से अधिक लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में जान गई है, जिनकी एफआईआर विभिन्न थानों में दर्ज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आरटीओ की कार्रवाई से बचाने के लिए पुलिस स्तर पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि डिपो में ग्राहकों द्वारा रेत शुल्क ऑनलाइन भरने के बावजूद प्रति ब्रास 2,500 रुपये और प्रति गाड़ी 25 से 30 हजार रुपये तक नकद वसूली खुलेआम की जा रही है।
इससे रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। सांसद ने जिलाधिकारी, डीएमओ और तहसीलदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। सांसद ने यह भी मांग की कि रेत भरने से लेकर खाली करने तक की पूरी प्रक्रिया महाखनिज के माध्यम से ऑनलाइन पब्लिक डोमेन में उपलब्ध कराई जाए, ताकि पारदर्शिता आए और रेत सिंडिकेट तथा माफियाराज पूरी तरह समाप्त हो सके।
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डॉ. पडोले ने बताया कि राजस्व मंत्री के निर्देश पर राज्य के अधिकांश जिलों में रेत डिपो बंद किए गए हैं, लेकिन गोंदिया जिले में सभी डिपो धड़ल्ले से चल रहे हैं। यहां बिना रॉयल्टी सीधे नदी से अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है। बिना रॉयल्टी चलने वाले रेत वाहनों से 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस पर भी सांसद ने सख्त कार्रवाई की मांग की।
शनिवार को विधान भवन परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान भंडारा-गोंदिया के कांग्रेस सांसद डॉ. प्रशांत पडोले के साथ सुरक्षा रक्षकों द्वारा धक्का-मुक्की करने का प्रयास किया गया। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद जब पडोले मीडिया से संवाद कर रहे थे, तब वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और उनका हाथ पकड़कर उन्हें किनारे करने का प्रयास किया।