
भीमलपेन जन्मोत्सव यात्रा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: कुवारा भिवासन देवस्थान पंचकमेती, भीवगड़ में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भीमलपेन की जयंती के उपलक्ष्य में भव्य यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस पारंपरिक धार्मिक समारोह में क्षेत्र से हजारों आदिवासी भाई आ रहे हैं। आस्था, भक्ति और सांस्कृतिक एकता का यह पर्व श्रद्धालुओं की भागीदारी से और अधिक जीवंत होता जा रहा है। आदिम जाति विकास मंत्री अशोक उइके ने आदिवासी समुदाय की संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने की अपील की।
मंत्री उइके ने आज भिवागड़ में भीमलपेन थान मंदिर का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने श्रद्धालुओं से बातचीत की तथा पंच समिति के कार्यों की सराहना की। वह इसके बाद आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर वित्त एवं योजना राज्य मंत्री आशीष जायसवाल, देवस्थान समिति के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

आदिवासी समुदाय की संस्कृति, परंपराएँ और मान्यताएँ हमारे राज्य का गौरव हैं। यह परंपरा न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। इसलिए सभी को अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। जनजातीय समुदाय की सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित करना और इस गौरव को अगली पीढ़ी तक पहुंचाना आवश्यक है। मंत्री उइके ने इस समय कहा कि मंदिर के विकास के लिए धनराशि की कमी नहीं होने दी जाएगी।
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राज्य सरकार आदिवासी समुदाय के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमेशा उन पहलों का समर्थन करेंगे जो उनकी रीति-रिवाजों और परंपराओं को बढ़ावा देते हैं। इस अवसर पर वित्त एवं योजना राज्य मंत्री आशीष जायसवाल ने कहा कि वह आने वाले दिनों में कुवारा भिवासन देवस्थान को और तेज गति से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।






