स्टेशन पर वसूली गैंग का आतंक,‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ स्टाइल में मर्डर की धमकी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nagpur Railway Station: नागपुर रेलवे स्टेशन पर कार्यरत वाटरिंग (रेल कोच में पानी भरने) कर्मचारियों से ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ शैली में वसूली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ठेकेदार द्वारा मजदूरों के बैंक खातों में वेतन जमा होते ही उसके ही नियुक्त गुंडे कामगारों को फोन कर आधी राशि वापस मांग लेते हैं। विरोध करने पर जान से मारने, हाथ-पैर तोड़ने और परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकियां दी जाती हैं।
इस खंडणी रैकेट से कई मजदूर और उनके परिजन दहशत में हैं। इसी के विरोध में मंगलवार को ठेका कर्मचारियों ने शिवसेना (यूबीटी) के शहर प्रमुख नितिन तिवारी के नेतृत्व में लोहमार्ग पुलिस थाने का घेराव किया और आरोपितों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
रेलवे स्टेशन में वाटरिंग का ठेका आईएसएफ सर्विसेज कंपनी को दिया गया है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि संतोष अरखेल, शुभम अरखेल, ऋषभ अरखेल, शाहबाज खान और अतेंद्र सिंह लगातार फोन कर धमकाते हैं। कभी रेलवे साइड पर बुलाकर वसूली की जाती है, तो कभी फोन पर रौब झाड़कर रकम मांगी जाती है। भय के कारण कई महिला परिजनों ने नितिन तिवारी से संपर्क कर अपनी पीड़ा बताई और ऑडियो सबूत सौंपे।
मामले की जानकारी शिवसेना नेता और विधान परिषद के पूर्व मंत्री अनिल परब को दी गई। शीतकालीन अधिवेशन के दौरान परब ने GRP पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे को इस मामले में तत्काल और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने तिवारी को पीड़ितों के साथ GRP थाने का घेराव कर एफआईआर दर्ज करवाने को कहा। साथ ही चेताया कि कार्रवाई में लापरवाही हुई तो सभी पीड़ितों को विधानसभा के समक्ष ले जाया जाएगा।
इसके बाद तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों कामगार और उनके परिवार नागपुर GRP थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी की। तिवारी ने पुलिस निरीक्षक गौरव गावंडे को ज्ञापन सौंपकर उपलब्ध सबूतों के आधार पर आरोपित युवकों और ठेकेदार कंपनी मालिक के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज करने की मांग की।
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पुलिस ने ठेकेदार को तलब कर डीआरएम कार्यालय से पूरी जानकारी मंगाई और जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके साथ ही आदेश दिया गया कि आरोपित गुंडे स्टेशन परिसर में दिखते ही उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिकायत के दौरान मुन्ना तिवारी, प्रीतम कापसे, शशिधर तिवारी, राहुल ठाकरे, अब्बास अली, आशीष हाड़गे, ललित बावनकर सहित बड़ी संख्या में पीड़ित कर्मचारी और उनके परिवार मौजूद रहे।