
निकाय चुनाव आरक्षण तय (सौजन्य-नवभारत)
Ward Reservation Lottery: मनपा में मार्च 2022 के बाद से चुनाव लंबित है। करीब-करीब 4 वर्षों के इंतजार के बाद अब आगे बढ़ी चुनावी प्रक्रिया के बाद मंगलवार को सीटों के लिए आरक्षण तो निकाला गया किंतु पहली बार इस प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक दलों में विशेष उत्साह दिखाई नहीं दिया है। यहां तक कि अधिकांश पूर्व पार्षद भी इस आरक्षण लॉटरी से दूरी बनाते ही दिखाई दिए।
बहरहाल अब सभी 38 प्रभागों की 151 सीटों का आरक्षण तो तय हो गया है जिसके भनक लगने के बाद सभी इच्छुक आकांओं के पास टिकट के जुगाड़ में भी जुट गए हैं। सीटों के आरक्षण के लिए चल रही प्रक्रिया के दौरान भले ही पूर्व पार्षदों की कमी रही हो किंतु नये इच्छुकों की कोई कमी नहीं थी। यहां तक कि प्रत्येक प्रभाग के आरक्षण को लेकर निकल रही लॉटरी पर लोगों को खुशी जाहिर करते हुए देखा गया है।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार 28 प्रभागों के लिए हुई लॉटरी में 28 पूर्व पार्षदों के सीटों का आरक्षण बदल जाने के बाद अब टिकट पाने के लिए उनकी साख दांव पर लगी हुई है। माना जा रहा है कि भले ही वे उसी प्रभाग की दूसरी सीटों पर दावेदारी कर टिकट पाने का प्रयास करें किंतु पहले से उस टिकट पर चुनाव लड़ रहे दूसरे प्रत्याशी की टिकट काट पाना सभी के लिए आसान नहीं होगा।
इन 28 सीटों में सर्वाधिक नुकसान भाजपा के पूर्व पार्षदों को उठाना पड़ रहा है। कुछ राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह पार्टी के लिए अच्छा हुआ है। कुछ सीटें बदल जाने से अब नये लोगों को मौका देने में पार्टी को कोई परेशानी नहीं होगी। इस तरह से कम से कम 30 प्रतिशत नये चेहरों को उतारा जा सकेगा। संभवत: इनमें से कुछ लोगों को दूसरी सीटों पर भी लड़ाया जा सकता है किंतु इसकी संभावना कम ही है।
प्रक्रिया के अनुसार 151 में से महिलाओं के लिए 76 सीटें आरक्षित करने का नियम है। 50 प्रतिशत आरक्षण के नियमों का पालन कर इन सीटों को आरक्षित तो किया गया किंतु खुले प्रवर्ग की सर्वसाधारण सीट के लिए बचे प्रभाग में से भी कुछ महिला पार्षदों के चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है। माया इवनाते, प्रगति पाटिल, बाल्या बोरकर, सुनील हिरणवार जैसे वरिष्ठ पार्षदों की ओर से इसके लिए प्रयास होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में महिलाओं को आरक्षित 76 सीटों से भी अधिक सीटों का लाभ हो सकेगा।
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राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार यह आरक्षण लॉटरी निकाली गई। मनपा के उपायुक्त मिलिंद मेश्राम ने उपस्थित लोगों को आरक्षण लॉटरी की प्रक्रिया समझाई। आरक्षण लॉटरी की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की गई। आरक्षित होने वाले प्रभागों के नामों को पारदर्शी कांच की पेटी में डालकर मनपा के नेताजी स्कूल के बच्चों के हाथों से लॉटरी निकाली गई।
यह लॉटरी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और नागरिकों के मागास प्रवर्ग महिला क्रम से निकाली गई। इस अवसर पर महानगरपालिका आयुक्त अभिजीत चौधरी, अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत, अतिरिक्त आयुक्त वैष्णवी बी., उपायुक्त मिलिंद मेश्राम, कार्यकारी अभियंता सुनील उईके सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।






