नागपुर में धोखाधड़ी करने वाले को मुंबई पुलिस ने धरा (कंसेप्ट फोटो)
नागपुर: सिटी के 2 सराफा व्यापारियों को 3.40 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले नटवरलाल पडोले चौक निवासी राहुल नरेशचंद्र खाबिया (जैन) को धोखाधड़ी के मामले में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि बीते रविवार को मुंबई पुलिस की टीम नागपुर पहुंची और खाबिया को उसके घर से गिरफ्तार कर साथ ले गई। आश्चर्य की बात यह कि शहर में उसके खिलाफ 2 बड़े मामले दर्ज होने के बावजूद सिटी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि खाबिया ने जबरदस्त सेटिंग कर रखी थी।
कांदिवली पश्चिम पुलिस थाने में हार्दिक शहा नामक व्यापारी की शिकायत पर खाबिया के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। खाबिया साई एग्रियम कंपनी का संचालक है और खुद को मक्के का बड़ा व्यापारी बताता है। हार्दिक को एक पार्टी से बड़े पैमाने पर मक्के का आर्डर मिला था। इसके लिए उन्होंने बीते वर्ष अगस्त महीने में खाबिया से संपर्क किया था।
पहले 100 टन माल की डिलीवरी करके खाबिया ने शहा का विश्वास हासिल किया। इसके बाद दोबारा 100 टन माल का 27 लाख रुपये का पेमेंट लेने के बाद भी खाबिया ने उन्हें माल नहीं भेजा। ऐसे में शहा ने पुलिस से शिकायत की। इसके पहले भी मुंबई पुलिस नागपुर आई थी लेकिन खाबिया को खबर मिल गई और वह अपने घर से फरार हो गया। बीते रविवार को मुंबई पुलिस ने स्थानीय पुलिस थाने को जानकारी देने से पहले ही खाबिया को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। 2 दिन की कस्टडी के बाद न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया।
बताया जाता है कि खाबिया ने करीब 1 दर्जन व्यापारियों के साथ फ्रॉड किया है। वह शुरुआत में लोगों से नकद और तुरंत पेमेंट करके माल खरीदता है। जैसे ही व्यापारी उसके झांसे में आते हैं, उधार में माल लेकर रफूचक्कर हो जाता है। उसके खिलाफ औरंगाबाद में भी शिकायत की गई है। इसी तरह खाबिया ने सप्तश्रृंगी ज्वेलर्स के संचालक जयंत पालकर को 2.34 करोड़ रुपये का चूना लगाया। इसके अलावा नॉर्थ अंबाझरी रोड पर स्थित दास ज्वेलर्स के साथ भी 1.6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। शंकरनगर के ही एक ज्वेलर्स को उसने लाखों रुपये का चूना लगाया। मक्के के व्यापारियों के साथ भी उसने करोड़ों रुपये की ठगी की है।
नटवरलाल राहुल खाबिया के खिलाफ शहर में भी 3 शिकायतें हो चुकी हैं जिसमें सप्तश्रृंगी और दास ज्वेलर्स की शिकायत पर एफआईआर भी की गई। पहली एफआईआर फरवरी महीने में प्रतापनगर थाने में दर्ज हुई थी जबकि दूसरी अप्रैल महीने में अंबाझरी पुलिस थाने में दर्ज हुई। 2 मामले दर्ज होने के बावजूद सिटी पुलिस खाबिया को पकड़ नहीं पाई। हर बार पुलिस ने पीड़ितों को यही बताया कि वह फरार है जबकि खाबिया शहर में ही घूम रहा था। सप्तश्रृंगी ज्वेलर्स के संचालक जयंत पालकर ने कहा कि मुंबई पुलिस 27 लाख की ठगी में नटवरलाल खाबिया को नागपुर आकर गिरफ्तार कर सकती है लेकिन शहर पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने की जहमत नहीं उठाई। अब वह मुंबई के मामले में जेल की हवा खा रहा है। कम से कम अब तो सिटी पुलिस को उसे गिरफ्तार करना चाहिए।