300 से अधिक लोग घायल। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: शहर व जिले में शुक्रवार को होली उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रंग जैसे-जैसे उड़ रहे थे, वैसे-वैसे कई लोगों के लिए यह भारी पड़ गया। जिलेभर में 300 से अधिक लोग अत्यधिक उत्साहित हुए। नतीजतन, उन्हें अस्पताल पहुंचना पड़ा। नशे में धुत वाहन चालकों और उत्साहवर्धन करने वालों के बीच हुए झगड़े में 500 से अधिक लोगों को मामूली और गंभीर चोटें आईं।
अति उत्साह की भारी कीमत उन्हें चुकानी पड़ी। घायलों में से 88 लोग मामूली चोटों के लिए चिकित्सा केंद्र पहुंचे। उनमें से अधिकांश को उपचार के बाद तुरंत अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मेयो में 18 लोग इलाज के लिए आए। उक्त आंकड़े पिछले 24 घंटे में मेडिकल, मेयो और एम्स की पहुंचने वालों के हैं।
शहर में निजी अस्पतालों की संख्या को देखते हुए इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह संख्या 300 से अधिक हो सकती है। अत्यधिक शराब पीकर गाड़ी चलाते समय संतुलन खोने से 88 लोग गिरकर घायल हो गए। इसके अलावा, मारपीट में 25 से अधिक लोग घायल हो गए, जिन्हें पुलिस की मदद से इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
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शुक्रवार रात तक अकेले इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के दुर्घटना विभाग में मारपीट में घायल 8 लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। मेयो मेडिकल निदेशक डॉ. नितिन शेंडे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अत्यधिक शराब, गांजा और अन्य कारणों से सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए 8 और लोगों को इलाज के लिए मेयो के दुर्घटना विभाग में भर्ती कराया गया। सौभाग्यवश, किसी की मृत्यु नहीं हुई।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे ने बताया कि झड़प के दौरान हुए विवाद के कारण शुक्रवार को दिनभर विभिन्न पुलिस थानों में मामले दर्ज किए गए। पुलिस की मदद से 25 से अधिक घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा, वाहन से गिरने के कारण लगी चोटों के उपचार के लिए 15 से अधिक लोगों को मेडिकल सेंटर के ट्रॉमा केयर सेंटर में भर्ती कराया गया। 15 लोगों के सिर में तथा 8 लोगों के सीने में चोटें आईं। 3 लोगों की आंखों में पेंट का रसायन चले जाने के बाद उनका चिकित्सा केंद्र में इलाज किया गया।