RSS प्रमुख मोहन भागवत (सोर्स: एएनआई)
नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि इतनी लंबी यात्रा के कारण समाज ने संघ के स्वयंसेवकों को देखा, परखा और स्वीकार किया है। नागपुर में आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर के विस्तारित भवन की आधारशिला रखी। इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि “लंबी यात्रा के कारण समाज ने संघ के स्वयंसेवकों को देखा, परखा और स्वीकार किया है। परिणामस्वरूप, अनुकूल स्थिति बनी, बाधाएं भी दूर हुईं और स्वयंसेवक आगे बढ़ रहे हैं।”
मोहन भागवत ने कहा कि “संघ के दर्शन में हम कहते हैं कि 1 घंटा आत्म-विकास पर लगाएं और 23 घंटे उस विकास का उपयोग समाज के कल्याण के लिए करें। यही हमारा दृष्टिकोण है और हमारे सभी प्रयास इसी सिद्धांत से प्रेरित हैं।” उन्होंने आगे कहा कि स्वयंसेवक अपने लिए कुछ नहीं मांगते, वे सिर्फ निस्वार्थ रूप से सेवा करते रहते हैं, इस लंबी यात्रा के कारण देश ने संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्यों को देखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर के विस्तारित भवन की आधारशिला रखी। माधव नेत्रालय एक नेत्र संस्थान और अनुसंधान केंद्र है, जिसका उद्देश्य करुणा, सटीकता और नवीनता के साथ विश्व स्तरीय तृतीयक नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है।
नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखने के बाद, पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने न केवल मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी कर दी है, बल्कि देश में चालू एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) की संख्या भी तीन गुनी कर दी है। साथ ही, मेडिकल सीटों की संख्या भी दोगुनी कर दी गई है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करके समुदाय की सेवा करना है कि लोगों को योग्य डॉक्टर उपलब्ध हों।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत, जन औषधि केंद्र और आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैसी सरकार की योजनाओं की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इन योजनाओं के कारण गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को मुफ्त इलाज और सस्ती दवाएं मिल रही हैं।
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पीएम ने कहा कि आयुष्मान भारत के कारण करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सेवा मिल रही है। हजारों जन औषधि केंद्र गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को सस्ती दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। 1000 से अधिक डायलिसिस केंद्र हैं जो मुफ्त डायलिसिस उपचार प्रदान करते हैं। इन सभी के कारण लोगों के हजारों-करोड़ों रुपये की बचत हुई है।