कब थमेगा यह अग्नितांडव... (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: एक और उपराजधानी में सूरज देवता अपना कहर बरपा रहे हैं। वहीं बढ़ते तापमान के साथ आग लगने की घटनाओं की संख्या भी बढ़ गई है। शहर में आए दिन आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। सोमवार दोपहर को बड़ा ताज बाग इलाके में एक मीनार मस्जिद के पास स्थित एक कूलर कारखाने में आग लग गई। अचानक लगी आग ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। घटना के बाद पूरे परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि समय रहते अग्निशमन दल विभाग की 3 गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने लगातार पानी की बौछार कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आखिरकार ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन कारखाने का सारा सामान जलकर खाक हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, निसार अहमद शेख दिलदार की कूलर फैक्ट्री बड़ा ताज बाग के आजाद कॉलोनी जैसे घनी आबादी वाले इलाके में स्थित है। कारखाने में कूलर बनाए जाते हैं। इसलिए, बड़ी मात्रा में कूलर में इस्तेमाल किए जाने वाले प्लास्टिक की वस्तुएं और लकड़ी के वूडवूल रखे गए थे। सोमवार दोपहर करीब 3 बजे कारखाने में अचानक आग लग गई। लकड़ी और प्लास्टिक सामग्री के कारण आग तेजी से फैल गई। धीरे-धीरे आग की लपटें उठने लगीं। जैसे ही निसार अहमद कुछ समझ पाते, आग ने भीषण रूप धारण कर लिया था। आग की भीषणता देखकर कंपनी में काम करने वाले सभी लोग बाहर भागे। इलाके में हर जगह धुआं था। इससे इलाके में हड़कंप मच गया।
आग लगते ही परिसर में स्थानीय नागरिकों ने तुरंत पानी का छिड़काव कर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया। लेकिन आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। इसलिए घटना की सूचना अग्निशमन विभाग को दी गई। आग की सूचना मिलने पर सक्करदरा, वाठोडा और लकड़गंज केंद्रों से तीन गाड़ियां घटनास्थल के लिए रवाना हुईं। विभाग के कर्मियों ने पहुंचते ही लगातार पानी की बौछार कर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया। अंततः शाम करीब 5.30 बजे सैनिकों को आग पर पूर्ण नियंत्रण पाने में सफलता मिली। हालांकि तब तक आग ने प्लास्टिक कूलर, टंकी, कूलर का सामान, खास, टीन शेड आदि को राख में बदल दिया था। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग किस कारण से लगी। हालांकि, प्रारंभिक अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी।
राजू चंपतराव कलसकर का राज जेंट्स पार्लर कूलर कंपनी के बगल में स्थित है। यह आग इतनी भयंकर थी कि वह राजू के सैलून पर पहुंची, जो पास में ही स्थित था। इस आग में राजू के सैलून का सारा सामान जलकर राख हो गया। इस आग से हुए कुल नुकसान का आकलन किया जा रहा है। अग्निशमन विभाग के कर्मियों के समय पर घटनास्थल पर पहुंचने से एक बड़ी घटना टल गई। सौभाग्यवश इस आग में कोई जान नहीं गई।
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मां उमिया औद्योगिक वसाहत क्षेत्र में आधी रात के करीब अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि 4 आरा मशीनें भी शीघ्र ही आग की चपेट में आ गईं। इससे परिसर में अफरा-तफरी फैल गई। घटना की सूचना मिलने पर जिलेभर से 11 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। लगातार 10 घंटे तक 55 टैंक पानी डालने के बाद आग पर काबू पाया जा सका। खबर लिखे जाने तक आग लगने का कारण अज्ञात था। अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सुरेश नातिनानी की मां उमिया औद्योगिक क्षेत्र में अतुल वुड नाम से कंपनी है। उनके पास 4 आरा मशीन हैं। रात करीब 1 बजे एक आरा मशीन में अचानक आग लग गई।
कोयले से भरी माल गाड़ी के आठ डिब्बों में आग लग गई। देखते ही देखते आग तीव्र हो गई और अन्य डिब्बों की तरफ बढ़ने लगी। कोयले में आग लगने की जानकारी मिलते ही स्टेशन में अफरातफरी मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही अग्निशमन की गाड़ी तुरंत मौके पर पहुंची और बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह घटना रविवार सुबह दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे के अधीन मुंबई-हावड़ा रूट पर तारासा स्टेशन पर हुई।
लकड़गंज परिसर में बुधवार रात अचानक भीषण आग लग गई थी, जिसने देखते ही देखते आठ आरा मशीनों को अपनी चपेट में ले लिया था। आग की भयावह लपटों से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग लगने की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया था। इस आग में करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका जताई गई थी।
नागपुर के भंडारा रोड स्थित कापसी (खुर्द) इलाके में एक चलते ट्रक में अचानक आग लग गई। यह हादसा जीत बियर बार के सामने हुआ, जिससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। ट्रक में घरेलू सामान भरा हुआ था, जो आग की चपेट में आकर जलकर खाक हो गया था। बता दें कि एक ही दिन में कई जगह आग लगने की घटनाओं ने सभी को हिला दिया था।
भंडारा रोड पर बीड़गांव नाका नं. 5 के पास गुलशन ट्रेडिंग और प्रिंस इंडस्ट्रीज के बारदाना गोदाम में आग ने तांडव मचाया। गोदाम में भरा बारदाना ज्वलनशील रहने से आग ने देखते ही देखते रौद्र रूप धारण कर लिया। अंदर ही अंदर आग फैलने से धुएं का गुबार उठने से परिसर में दहशत फैल गई थी।