तेंदुए का बच्चा मछली पालन के टैंक में गिरा। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: आपने अक्सर देखा होगा कि जंगली जानवर खाना और पानी की तलाश में मानव बस्तियों तक पहुँच जाते हैं। लेकिन इससे मानव मात्र भयभीत हो जाते हैं। कभी-कभी दहशत में आ जाते हैं। तो वहीं कई बार खुद इन जंगली जानवरों की जान भी खतरे में आ जाती है। कुछ ऐसा ही एक वाक्या नागपुर के पारशिवनी वन क्षेत्र से सामने आया है।
पारशिवनी वन क्षेत्र के मौजा करंभड में मौजूद एक वैद्य के फार्म में मछली पालन के लिए बनाए गए टैंक में मंगलवार सुबह एक तेंदुआ जा गिरा। जैसे ही यह खबर हवा की तरह फैल गई, वैसे ही तेंदुए को देखने के लिए लोगों की भीड़ जम गई। जहाँ घटनास्थल पर मौजूद किसानों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी।
बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तेंदुए के बच्चे को देखने लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हुई। तेंदुए की उम्र फिलहाल पता नहीं चल पाई है, लेकिन तेंदुए की मां से वह मछली पालन के टैंक में गिरने से बिछड़ गया होगा। तेंदुए की मां की तलाश की जा रही है।
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सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और नागपुर के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर टीटीसी से रेस्क्यू टीम बुलाई गई। जहाँ टीम के आने के बाद, पानी टंकी से तेंदुए के शावक को सुरक्षित बचाया गया और उसे आगे के इलाज के लिए ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर लाया गया। तेंदुए के बच्चे की मां की तलाश जारी है।