शातिर दोपहिया चोरों की टोली का भंडाफोड़।
नागपुर: क्राइम ब्रांच यूनिट 5 की टीम ने शातिर दोपहिया चोरों की टोली का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने दी जानकारी के अनुसार, ऑनलाइन जुआ और अपनी अय्याशी पूरी करने के लिए बाइक चोरी करने का काम गैंग करती थी। वहीं वाहन खरीदकर बेचने का काम 2 मैकेनिक भाइयों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से अब तक 62 दोपहिया वाहन जब्त किए जा चुके हैं। निकट समय में यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
पकड़े गए आरोपियों में सीतासावंगी, तुमसर भंडारा निवासी आकाश किशोर खोब्रागड़े (25), आकाश संपतलाल परतेकी (27), मयंक उर्फ क्रिश विनोद बारिक (19), दीपक द्वारका प्रसाद बिंजाड़े (24) और विजय उर्फ गोलू द्वारका प्रसाद बिंजाड़े (34) का समावेश है। बीते दिनों भिलगांव और ऑटोमोटिव चौक मेट्रो स्टेशन की पार्किंग से 2 वाहन चोरी हुए थे। यशोधरानगर पुलिस के साथ यूनिट 5 की टीम भी जांच में जुटी थी।
पुलिस ने चोरों का पता लगाने के लिए करीब 200 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और आरोपी आकाश खोब्रागड़े का पता चला। उस पर लगातार निगरानी की जा रही थी। कांस्टेबल राजू टाकलकर को जानकारी मिली कि आकाश महाराजबाग परिसर में घूम रहा है। तुरंत पुलिस की टीम ने वहां पहुंचकर आकाश को हिरासत में लिया।
उसके पास 2 मास्टर की और मोबाइल बरामद हुआ। पूछताछ में उसने अपने 2 साथियों के नाम बताए। उन दोनों को तुमसर से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने बताया कि अय्याशी और ऑनलाइन जुआ खेलने के लिए वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। वाहन चोरी के लिए मास्टर की का उपयोग करते हैं।
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वाहनों के बारे में पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि तुमसर के दीपक बाइक रिपेयरिंग गैरेज के मालिक दीपक और विजय को सारी गाड़ियां बेची हैं। दीपक और विजय वाहनों में फेरबदल करके भंडारा और आस-पास के गांवों में बिक्री करते हैं। उन दोनों को भी हिरासत में लिया गया। गैरेज के सामने ही पुलिस को चोरी की कुछ गाड़ियां मिल गईं। पुलिस ने वाहन खरीदने वालों को भी बुलाया और कुल 62 दोपहिया वाहन जब्त किए गए।
आरोपियों ने यशोधरानगर से 2, सदर से 6, कपिलनगर से 3, जरीपटका से 3, लकड़गंज से 3, कोराड़ी, नंदनवन, गणेशपेठ, कामठी और तहसील थाना क्षेत्र से 1-1 वाहन चोरी किए थे। इसके अलावा नागपुर ग्रामीण के रामटेक से 7 और कन्हान थाना क्षेत्र से 4 वाहन चोरी करने की जानकारी दी। अन्य 24 वाहनों के मालिकों का पता लगाया जा रहा है।
आरोपियों को खुद याद नहीं है कि उन्होंने वाहन कहां-कहां से चोरी किए। कुल 20.45 लाख रुपये का माल जब्त किया गया। आरोपी ज्यादातर भीड़भाड़ वाली जगहों से वाहन चोरी करते थे। विशेष रूप से स्पेलंडर गाड़ी पर ही हाथ मारते थे। वाहन के इंजन और चेचिस नंबर बदलकर लोगों को झूठी जानकारी देकर बेचते थे।