मील का पत्थर साबित होगा ‘अपूर्व विज्ञान मेला’ (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nagpur News: एसोसिएशन फॉर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन बेसिक साइंस एजुकेशन और नागपुर महानगर पालिका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अपूर्व विज्ञान मेला का समापन रविवार को हुआ। अंतिम दिन विद्यार्थियों के साथ-साथ पालक भी बड़ी संख्या में प्रयोग देखने पहुंचे। पांच दिनों तक चले इस मेले में विदर्भ के अलावा छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश से भी छात्र व शिक्षक विज्ञान प्रयोगों का अवलोकन करने पहुंचे।
मेरठ से आए शिक्षाविद् प्रा. दीपक शर्मा ने कहा कि बेसिक साइंस के क्षेत्र में अपूर्व विज्ञान मेला का यह कॉन्सेप्ट मील का पत्थर साबित होगा। इससे बच्चों की सोचने की प्रक्रिया अधिक परिष्कृत होती है और उनकी अवधारणाएँ मजबूत होती हैं। मेले के माध्यम से मनपा शालाओं के विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा विकसित करने का जो अवसर मिला है, वह प्रशंसनीय है। इससे बच्चों के विचारों में निखार आता है और आउट ऑफ द बॉक्स सोचने की प्रवृत्ति विकसित होती है। इसके लिए सुरेश अग्रवाल सहित अपूर्व विज्ञान मेला की पूरी टीम बधाई की पात्र है।
विज्ञान मेला में देशभर से आए रिसोर्स पर्सन आकर्षण का केंद्र बने रहे। भिंड (म.प्र.) से आए राजनारायण राजोरिया ने गणित के प्रयोगों को बेहद रोचक तरीके से समझाया।
प्रयागराज के डॉ. ओ.पी. गुप्ता ने अपने गणित एवं भौतिकी के प्रयोग प्रस्तुत किए। पटना से आए जावेद आलम के बिना मिट्टी, सूरज की बागवानी जैसे अनोखे प्रयोग सभी के लिए आकर्षण का विषय रहे। कोलकाता के विज्ञान प्रसारक कृष्णेंदु चक्रवर्ती ने विंड स्पीड, विभिन्न प्रकार के पंप की संरचना, मैग्नेटिक फील्ड, मैकेनिकल स्प्रिंग बैलेंस, स्मैक गन आदि प्रयोगों की प्रस्तुति दी।
मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम से आए शिक्षाविद् महेश बसेड़िया ने ओरिगामी आर्ट के माध्यम से विज्ञान की अवधारणाएँ समझाईं। यू-ट्यूब के प्लैटिनम प्लेट होल्डर गिरीश पिदडी और संगीता पिदडी (Plan My Study) ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया। मेरठ से आईं अलीशा ढाका ने बिना केमिकल खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच का प्रदर्शन किया। वर्धमान (प. बंगाल) से आए कृष्णेंदु डे और स्निग्धा डे ने इलेक्ट्रिसिटी से संबंधित प्रयोगों पर रोचक पाठ पढ़ाया।
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मनपा शालाओं के शिक्षकों ज्योति मेडपिलवार, नीता गडेकर, पुष्पलता गावंडे, नीलिमा अढाऊ, दीप्ति बिष्ट, वंदना चव्हाण, मनीषा मोगलेवार, सुनीता झरबडे, जयश्री कडक, सुनीता गुजर, तेजस्विनी तारेकर, माधुरी पडालकर, नुसरत खालिद, नसीम बानो, श्रीकांत गडकरी और उमेश पवार ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।