
विज्ञान प्रसारक समझा रहे प्रयोग (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Apoorva Science Fair Nagpur: एसोसिएशन फॉर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन बेसिक साइंस एजुकेशन तथा महानगर पालिका द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अपूर्व विज्ञान मेला तीसरे दिन भी उत्साहपूर्वक जारी रहा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शनिवार को दोपहर 2 बजे अपूर्व विज्ञान मेला का निरीक्षण करेंगे। शुक्रवार को महानगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया। मनपा शालाओं के विद्यार्थियों द्वारा विज्ञान के सिद्धांतों की सरल और सहज प्रस्तुति, तथा देश भर से आए विज्ञान संचारकों के प्रदर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
तीसरे दिन विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षकों और पालकों ने भी विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों में गहरी रुचि दिखाई। देश भर से आए रिसोर्स पर्सन द्वारा दिए जा रहे प्रेजेंटेशन भी काफी सराहे जा रहे हैं। भिंड (मध्य प्रदेश) से आए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित राजनारायण राजोरिया गणित के प्रयोगों को रोचक और व्यावहारिक तरीके से समझा रहे हैं। वे ज्यामिति, स्टैटिस्टिक्स और अल्जेबरा के मूलभूत सिद्धांतों को प्रयोगों के माध्यम से सरल शैली में प्रस्तुत कर रहे हैं।
प्रयागराज से आए डॉ. ओ.पी. गुप्ता गणित और भौतिकी के अनोखे प्रयोगों से दर्शकों को आश्चर्यचकित कर रहे हैं। वहीं पटना से आए जावेद आलम के अनोखे प्रयोग बिना मिट्टी और बिना सूरज के बागवानी विशेष आकर्षण का विषय बन गए हैं। वे कचरे से खाद तैयार करना, बीज एवं टहनी से पौधे विकसित करना और पौधों की जड़ों के फैलाव को शोभादार पौधों के माध्यम से समझाने जैसी रोचक जानकारियां भी दे रहे हैं।
एकलव्य प्रकाशन, भोपाल द्वारा विशेष रूप से विज्ञान मेला के लिए किताबें उपलब्ध कराई गई हैं। यहां ज्यादातर किताबें विज्ञान की गतिविधियों पर आधारित हैं। चार्ट्स, मॉड्यूल्स तथा कक्षा 3 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए विज्ञान को सरल और लोकप्रिय बनाने वाली पुस्तकें प्रमुख रूप से मौजूद हैं।
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आसानी से समझ आने वाली मॉड्यूल पुस्तकों में शारीरिक संरचना, त्वचा, कोशिकाओं का वितरण आदि विषय शामिल हैं। किताबें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध हैं। “माथापच्ची सेट” के अंतर्गत 9 किताबें हैं, जो बच्चों के साथ बड़ों को भी सोचने पर मजबूर कर देती हैं। इन्हें स्कूलों में खाली समय में खेल-खेल में सीखने की गतिविधियों के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। विज्ञान मेला 23 नवंबर तक प्रतिदिन सुबह 11 से शाम 4 बजे तक राष्ट्रभाषा भवन परिसर में विद्यार्थियों, शिक्षकों और विज्ञान प्रेमियों के लिए खुला रहेगा।






