
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार (सौ. सोशल मीडिया )
Nagpur News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा विकास निधि को मतदाता समर्थन से जोड़ने संबंधी बयान के कुछ दिन बाद, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि सरकार का उद्देश्य सभी क्षेत्रों का समान विकास करना है। फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे के बीच अविश्वास के संबंध में चल रही खबरों को भी निराधार बताया। उन्होंने कहा कि दोनों नेता नियमित रूप से मुलाकात करते हैं और मीडिया में उनके बीच मतभेदों की बात पूरी तरह से गलत है।
मुख्यमंत्री फडणवीस नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे। देखिए उन्होंने र्या कुछ कहा…
एपीजे कलाम जी का आदर्श एवं विभिन्न मुद्दों पर मीडिया से संवाद… (नागपूर | 23-11-2025 ) #Maharashtra pic.twitter.com/uisCEtKoAg — Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 23, 2025
उपमुख्यमंत्री पवार ने मतदाताओं को यह चेतावनी भी दी कि अगर वे उनके उम्मीदवारों को अस्वीकार करते हैं तो वह भी धन मुहैया नहीं कराएंगे। पवार ने धमकी भरे अंदा में अपनी बात रखते हुए कहा कि लेकिन, अगर आप मना करोगे तो मैं भी मना कर दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि आपके पास वोट हैं, मेरे पास विकास कार्य के लिए पैसा है।
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यहां यह उल्लेखनीय है कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित पैनल ने मालेगांव में आगामी नगर पंचायतों के चुनाव के लिए गठबंधन किया है। नगर पंचायतों के चुनाव 2 दिसंबर को होने हैं।
अजित पवार की इस टिप्पणी की विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे ने अजित पवार पर मतदाताओं को धमकाने का सीधा आरोप लगाया है।
दानवे ने पवार की टिप्पणी की निंदा करते हुए सवाल उठाया कि यह धनराशि आम लोगों द्वारा दिए गए करों से दी जाती है, न कि अजित पवार के घर से। दानवे ने आगे कहा कि यदि पवार जैसे नेता मतदाताओं को धमका रहे हैं तो निर्वाचन आयोग क्या कर रहा है।






