उद्धव शिंदे का होगा मिलाप! (कंसेप्ट फोटो, एएनआई)
मुंबई: लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना का प्रदर्शन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी निराशाजनक रहा था। इसकी वजह से शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नेता, सांसद, विधायक और पूर्व नगरसेवक असमंजस में हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि उद्धव पर बीजेपी के साथ जाने का अंदरूनी दबाव बढ़ता जा रहा है।
दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ऑपरेशन टाइगर तो वहीं बीजेपी ऑपरेशन लोटस के जरिए उद्धव की पार्टी को खत्म करने में जुटी है। आए दिन यूबीटी के लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। इन सबके बीच डीप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के मंत्री संजय शिरसाट के बयान की वजह से दोनों शिवसेना के एक होने की अटकलें जोर पकड़ने लगी हैं। संजय शिरसाट के बयान के बाद शिंदे गुट का दिल पिघलने की बात कही जा रही है। लेकिन उद्धव गुट ने अब शिंदे के साथ गठजोड़ की संभावनाओं को खारिज कर दिया है।
अपने दम पर मनपा चुनाव लड़ने की घोषणा करके कांग्रेस और शरद पवार पर दबाव बनाने का दांव चल रहे उद्धव ठाकरे को बीजेपी एवं उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे झटके पर झटका दिए जा रहे हैं। शिवसेना यूबीटी के 6 सांसद बीजेपी में जाने की तैयारी में हैं तो वहीं कई विधायक एवं दूसरे पदाधिकारी डीसीएम शिंदे के संपर्क में हैं। पुणे के पूर्व विधायक महादेव बाबर ने शनिवार को मुंबई में एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। तो वहीं ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि कोथरूड के पूर्व विधायक चंद्रकांत मोकाटे भी उद्धव से नाराज हैं और शिंदे के संपर्क में हैं। इन सबके बीच ठाकरे और शिंदे के साथ आने को लेकर शिंदे की शिवसेना के मंत्री संजय शिरसाट ने महत्वपूर्ण बयान दिया है।
एक साक्षात्कार के दौरान संजय शिरसाट ने कहा कि अब जोड़ने का समय आ गया है और अभी तक दोनों के बीच दूरियां इतनी नहीं बढ़ी हैं। दोनों शिवसेना को फिर से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना के दो हिस्सों में बंटने का बहुत दुख होता है। इसलिए यदि मौका मिला तो मैं उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे को साथ लाने की कोशिश करूंगा। हालांकि, शिरसाट ने यह भी कहा है कि एक तरफा प्रयास से काम नहीं करेंगे। उनके बयान के बाद ऐसी बहस छिड़ गई है कि क्या ठाकरे और शिंदे सचमुच एक साथ आ सकते हैं?
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गौरतलब हो कि ऑपरेशन टाइगर और ऑपरेशन लोटस के बीच उद्धव के बीजेपी के साथ जाने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। रविवार को बीजेपी विधायक पराग अलावणी के बेटी के विवाह समारोह में बीजेपी के वरिष्ठ नेता व मंत्री चंद्रकांत पाटिल से उद्धव की मुलाकात हुई थी। उस दौरान दोनों बड़ी आत्मीयता से मिलते और चर्चा करते दिखे थे। तब उनके साथ मौजूद यूबीटी विधायक मिलिंद नार्वेकर ने पूछा था कि युति कब होगी? जवाब में पाटिल ने कहा था कि मैं भी बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। वह पल मेरे लिए सुनहरे पल होंगे। तो वहीं बाद में उद्धव की पार्टी के नेता संजय राउत ने कहा था कि बीजेपी के कई नेता चाहते हैं कि उद्धव और बीजेपी फिर साथ आएं लेकिन फिलहाल हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं।