राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे व संजय राउत (डिजाइन फोटो)
Uddhav Thackeray Raj Thackeray Alliance: महाराष्ट्र की राजनीति में एक ऐसा मोड़ आने वाला है, जिस पर लंबे समय से सिर्फ कयास लगाए जा रहे थे। नगर निगम चुनावों से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है और मुंबई से लेकर पुणे-नासिक तक सत्ता के समीकरण बदलने की आहट सुनाई देने लगी है। एक मंच, दो बड़े नाम और एक बड़ा ऐलान, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
दरअसल शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को घोषणा की कि आगामी नगर निगम चुनावों के लिए उनकी पार्टी और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) गठबंधन करेंगे। राउत ने कहा कि यह गठजोड़ मुख्य रूप से मुंबई, ठाणे, पुणे और नासिक जैसे प्रमुख शहरों के लिए होगा। औपचारिक घोषणा अगले सप्ताह होने की संभावना है, जब उद्धव और राज ठाकरे मंच पर मौजूद रहेंगे।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में इस बड़े राजनीतिक घटनाक्रम की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) आगामी नगर निगम चुनावों के लिए उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन करेगी।
राउत ने स्पष्ट किया कि दोनों पार्टियों के बीच गठजोड़ की औपचारिक घोषणा अगले सप्ताह हो सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि घोषणा के समय उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे, दोनों भाई मंच पर मौजूद रहेंगे। यह गठबंधन मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मीरा भायंदर, पुणे और नासिक जैसे प्रमुख शहरों के नगर निगम चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्यसभा सदस्य राउत ने यह भी स्पष्ट किया कि अन्य नगर निकायों में गठजोड़ के संबंध में निर्णय संबंधित स्थानीय इकाइयां लेंगी।
राउत ने इस संदर्भ में महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगियों के साथ हुई बातचीत की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की है। राउत ने कांग्रेस से आग्रह किया है कि वह विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के बैनर तले नगर निकाय चुनाव लड़े।
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इसके अलावा, राउत ने कांग्रेस नेतृत्व से यह भी अनुरोध किया कि वह राज ठाकरे की मनसे को भी इस व्यापक गठजोड़ में शामिल करे। हालांकि, उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेतृत्व ने इस मामले पर कोई केंद्रीय फैसला लेने के बजाय निर्णय लेने का अधिकार स्थानीय नेतृत्व पर छोड़ दिया है।
राउत ने बताया कि महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) सहित राज्य के कुल 29 नगर निगमों में चुनाव होंगे। ये सभी चुनाव 15 जनवरी को होने हैं। हालांकि, राउत ने स्पष्ट किया कि इन 29 महानगरपालिकाओं में से असली लड़ाई मुंबई के लिए है। उन्होंने कहा कि मुंबई ने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।