महाराष्ट्र रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (pic credit; social media)
MahaRERA News: घर खरीदना हर आम व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा सपना होता है। लोग अपनी पूरी उम्र की मेहनत, कमाई और उम्मीदों को एक घर के नाम पर लगाते हैं। लेकिन जब वादा किया गया घर समय पर नहीं मिलता, निर्माण की गुणवत्ता घटिया होती है या समझौते में लिखी सुविधाएँ गायब होती हैं, तब यह सपना तनाव और निराशा में बदल जाता है।
ऐसे समय में महाराष्ट्र रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (महारेरा) घर खरीदारों के लिए राहत की बड़ी उम्मीद बनकर सामने आई है। अक्टूबर 2024 से जुलाई 2025 तक महारेरा ने कुल 5,267 शिकायतों का निपटारा कर घर खरीदारों का भरोसा मजबूत किया है। खास बात यह है कि जुलाई 2025 तक दर्ज सभी शिकायतों की पहली सुनवाई हो चुकी है या तारीख तय कर दी गई है। अब खरीदारों को सालों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
महारेरा अध्यक्ष मनोज सौनिक, सदस्य महेश पाठक और रविंद्र देशपांडे की अगुवाई में ऐसा तंत्र तैयार किया गया है जिसमें शिकायत दर्ज होने के एक-दो महीने के भीतर सुनवाई शुरू हो जाती है। अक्टूबर 2024 से अगस्त 2025 के बीच 3,743 नई शिकायतें दर्ज हुईं, जबकि इस दौरान 5,267 पुराने मामले निपटाए गए।
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महारेरा की स्थापना मई 2017 में हुई थी। तब से अब तक कुल 30,833 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 23,726 का निपटारा हो चुका है। आंकड़े बताते हैं कि अधिकतर समस्याएँ पुराने प्रोजेक्ट्स (2017 से पहले) की वजह से सामने आई हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र में 51,483 प्रोजेक्ट्स पंजीकृत हैं, जिनमें से 5,792 प्रोजेक्ट्स पर खरीदारों ने केस दर्ज किया है।
भरोसे को और मजबूत करने के लिए महारेरा अब प्रोजेक्ट्स के पंजीकरण से पहले तीन स्तरों की जांच कर रहा है। इसमें कानूनी, वित्तीय और तकनीकी जांच शामिल है। कमियों वाले प्रोजेक्ट्स को पंजीकरण नहीं दिया जाएगा। इसका असर यह होगा कि भविष्य में शिकायतें कम होंगी और घर खरीदारों का निवेश सुरक्षित रहेगा। महारेरा की इस पारदर्शी और तेज प्रक्रिया से घर खरीदारों को बड़ी राहत मिली है। अब वे अपने निवेश और सपनों के घर के लिए लंबे इंतजार से बचेंगे।