
महाराष्ट्र चुनाव आयोग (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Mumbai News: मुंबई महानगर पालिका की मसौदा मतदाता सूची हाल ही में जारी की गई है, लेकिन इस सूची में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं. इस सूची में करीब 11 लाख दोहरे मतदाताओं के नाम दर्ज हैं, जिससे नागरिकों में व्यापक भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद वर्षा गायकवाड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात की और इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग की. प्रतिनिधिमंडल में विधायक अमीन पटेल, विधायक डॉ. ज्योति गायकवाड, अखिल भारतीय कांग्रेस सचिव सचिन सावंत, प्रवक्ता सुरेशचंद्र राजहंस, राजेश शर्मा और पूर्व पार्षद जावेद जुनेजा, अखिलेश यादव, हरगुन सिंह आदि शामिल थे.
मीडिया से बात करते हुए सांसद वर्षा गायकवाड ने कहा कि दोहरे मतदाताओं की सूची के बारे में जिला अधिकारी और उपायुक्त खुद दुविधा में नजर आ रहे हैं. उनसे पूछने पर उन्हें भी इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है. सांसद वर्षा ने सवाल उठाया कि दोहरे मतदाताओं की सूची क्यों प्रकाशित नहीं की जा रही है और दोहरे मतदाताओं से शपथ पत्र या फॉर्म लेने के संबंध में निर्वाचन आयोग क्या कार्रवाई करने जा रहा है. सांसद ने कहा कि दोहरे नामों के संदर्भ में अंतिम दिन शपथ पत्र लिखवाने की बात कही जा रही है, जिससे और भ्रम बढ़ेगा. यह नागरिकों के लिए अनावश्यक परेशानी है और इससे मतदान प्रतिशत कम होने का खतरा है.
गायकवाड ने बताया कि पिछले 9 वर्षों से वार्ड पुनर्गठन नहीं हुआ है. अक्टूबर 2024 से कोई मतदाता सूची जारी नहीं की गई. जो मसौदा मतदाता सूची जारी की गई है, उसमें 7 हजार से 9 हजार मतदाताओं के नाम एक वार्ड से दूसरे वार्ड में स्थानांतरित किए गए हैं. धारावी, अंधेरी, कांदिवली सहित कई स्थानों पर ऐसी गड़बड़ी हुई है.
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उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग और महानगरपालिका के बीच कोई समन्वय नहीं है और यह स्पष्ट नहीं है कि किसकी क्या भूमिका है. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कल दोपहर 3 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें निर्वाचन आयोग के अधिकारी, बीएमसी आयुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, दो उपायुक्त और कांग्रेस के तीन-चार सदस्य शामिल होंगे.






