MBVV पुलिस ने 12 आरोपियों को किया गिरफ्तार (pic credit; social media)
MBVV News: मीरा-भाईंदर वसई विरार (MBVV) पुलिस ने एक अंतरराज्यीय नशे के कारोबार का पर्दाफाश करते हुए तेलंगाना में चल रही मेफेड्रोन (एमडी) बनाने की फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई की है। अपराध शाखा कक्ष-4 की टीम ने इस ऑपरेशन में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और करोड़ों रुपये की नशीली दवाएं, नकदी और फैक्ट्री में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए हैं। पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक ने पत्रकार परिषद में इसकी पुष्टि की।
यह मामला 8 अगस्त 2025 को तब शुरू हुआ जब मीरा रोड (पूर्व) के काशीमीरा बस स्टॉप के पास एक्सिस बैंक एटीएम के सामने एक महिला के पास से 105 ग्राम एमडी ड्रग बरामद किया गया। गिरफ्तार महिला की पहचान फातिमा मुराद शेख उर्फ मोल्ला (23 वर्ष) के रूप में हुई जो बांग्लादेश की नागरिक निकली। शुरुआती जांच से पता चला कि वह एक बड़े ड्रग नेटवर्क का हिस्सा है। पुलिस ने इसके बाद लगातार छापेमारी करते हुए 10 और आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 178 ग्राम एमडी ड्रग तथा 23.97 लाख रुपये नकद बरामद किए।
जांच में खुलासा हुआ कि यह नेटवर्क तेलंगाना से ड्रग्स की सप्लाई कर रहा था। इसके बाद पुलिस टीम तेलंगाना रवाना हुई और चेरापल्ली, नवोदय कॉलोनी (सर्वे नं. 186/1, प्लॉट नं. 193, फेज नं. 5) स्थित एक फैक्ट्री पर छापा मारा। यहां आरोपी श्रीनिवास विजय योलेटी और तानाजी पंढरीनाथ पटवारी अवैध रूप से मेफेड्रोन बना रहे थे। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 5 किलो 968 ग्राम मेफेड्रोन, 35,500 लीटर रसायन, 950 किलो पाउडर, ड्रग निर्माण की मशीनरी, 27 मोबाइल फोन, 3 चारपहिया और 1 दोपहिया वाहन, 4 इलेक्ट्रॉनिक कांटे और अन्य सामग्री जब्त की।
यह पूरी कार्रवाई पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक के मार्गदर्शन में हुई। इसमें अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे, उपायुक्त (अपराध) संदीप डोईफोडे और सहायक पुलिस आयुक्त मदन बल्लाल की अहम भूमिका रही। प्रत्यक्ष ऑपरेशन में पुलिस निरीक्षक प्रमोद बडाख, एपीआई प्रशांत गांगुर्डे, दत्तात्रेय सारक, पुष्पराज सुर्वे, सचिन सनप और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस ने कहा है कि यह एक बड़े अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट से जुड़ा मामला है। फैक्ट्री से जब्त किए गए रसायनों और उपकरणों की जांच विशेषज्ञों की मदद से की जा रही है। पुलिस अब नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।