Lucknow to Mumbai circular train (pic credit; social media)
Lucknow to Mumbai Circular Train: देश की पहली सर्कुलर ट्रेन का सपना हकीकत बनने से पहले ही ध्वस्त हो गया है। गोमती नगर से 27 सितंबर को रवाना होने वाली ‘लखनऊ टू मुंबई’ सर्कुलर ट्रेन को रेलवे बोर्ड ने अचानक रद्द कर दिया। यह वही ट्रेन थी जिसे खासतौर पर इस तरह डिजाइन किया गया था कि यह मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) में दाखिल तो होती, लेकिन भीड़भाड़ वाले टर्मिनल स्टेशनों पर जाए बिना पनवेल और कल्याण से वापस लौट आती।
रेलवे ने दावा किया था कि यह ट्रेन देश की पहली सर्कुलर सेवा होगी। इसके माध्यम से लंबी दूरी के यात्रियों को मुंबई के भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर समय बर्बाद किए बिना अपने गंतव्य तक पहुंचने का विकल्प मिलना था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, उत्तर रेलवे ने बिना समन्वय के ट्रेन का ऐलान कर दिया और ट्विटर पर पोस्ट भी डाल दी, जिससे योजना में गड़बड़ी हुई।
जैसे ही मध्य रेलवे को इसकी जानकारी मिली, उन्होंने इस प्लान का विरोध किया। उनका कहना था कि इस मार्ग से ट्रेन का समय और किराया दोनों बढ़ जाते और यात्रियों को कोई विशेष फायदा नहीं होता।
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ट्रेन का रूट भी लंबा और जटिल था। गोमती नगर से ट्रेन कानपुर, झांसी, भोपाल, इटारसी, खड़ख, भुसावल, मनमाड, पुणे होकर चिंचवाड, लोनावला, कर्जत और पनवेल-कल्याण तक पहुंचती। इसके बाद कल्याण से नासिक और इगतपुरी होते हुए वापस लौटती। इस योजना की खासियत यह थी कि यह ट्रेन कभी भी सीएसएमटी या दादर नहीं आती, जिससे मुंबई के भीड़भाड़ वाले टर्मिनलों पर दबाव कम होता।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि योजना तकनीकी और संचालन के लिहाज से चुनौतीपूर्ण थी। ट्रेन को सफल बनाने के लिए लंबी रूटिंग और समय सारिणी में कई बदलाव की आवश्यकता थी। यात्रियों के लिए लाभ स्पष्ट नहीं होने और संचालन में जटिलता के कारण इसे रद्द करना पड़ा।
यात्री अब इस नई सुविधा का इंतजार नहीं कर पाएंगे। हालांकि रेलवे ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी योजनाओं पर और विचार किया जाएगा ताकि लंबी दूरी के यात्रियों को कम समय में सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा मिल सके।