सोलापुर वंदे भारत (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: दिवाली की पूर्वसंध्या पर सैकड़ों यात्रियों की यात्रा योजनाएं उस वक्त अस्त-व्यस्त हो गई, जब सोलापुर-सीएसएमटी वंदे भारत एक्सप्रेस को रविवार दोपहर मवेशी की टक्कर के कारण छह घंटे से ज्यादा की देरी का सामना करना पड़ा।
इस घटना का असर न केवल इस ट्रेन पर बल्कि मुंबई-नांदेड़ वंदे भारत एक्सप्रेस पर भी पड़ा, क्योंकि दोनों ट्रेनें एक ही रेक शेयरिंग मॉडल पर चलती हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार, सोलापुर के पास हुई इस दुर्घटना में ट्रेन के फ्रंट नोज कोन (एयरोडायनामिक फेस) को नुकसान पहुंचा, जिसके चलते सुरक्षा जांच और मरम्मत जरूरी हो गई।
यह ट्रेन जो सामान्यतः दोपहर 12:35 बजे सीएसएमटी पहुंचती है, वह शाम 7 बजे तक नहीं आ सकी। परिणामस्वरूप, उसी रेक से दोपहर 1:10 बजे रवाना होने वाली सीएसएमटी नांदेड़ बंदे भारत एक्सप्रेस को शाम 7:30 बजे तक टालना पड़ा।
यात्रियों में नाराजगी, “खाने-पानी तक की व्यवस्था नहीं” इस घटना से सीएसएमटी स्टेशन पर यात्रियों में हड़कंप मच गया। कई यात्री, जिनमें बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल थे, घंटों तक बिना पर्याप्त जानकारी या सहायता के फंसे रहे। एक यात्री ने कहा “हमें देरी का मैसेज सुबह 10:30 बजे मिला, लेकिन तब तक हम ट्रैफिक के डर से घर से निकल चुके थे। स्टेशन पर घंटों तक बैठने की जगह तक नहीं थी,”। वहीं, यात्री प्रदीप ने स्टेशन मैनेजर कार्यालय में कंप्लेंट बुक में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए लाउंज एक्सेस और तीन गुना किराया मुआवजे की मांग की।
सेंट्रल रेलवे अधिकारियों ने कहा कि मदेशी टकराव से ट्रेन के नोज कीन और अंडरफेम को हल्का नुकसान हुआ था, इसलिए सुरक्षा जांब अनिवार्य थी। यात्रियों को एसएमएस द्वारा सूचना दी गई थी और स्टेशन पर बैठने की व्यवस्था की गई थी, अधिकारी ने कहा। हालांकि यात्रियों का कहना है कि दिवाली ट्रैफिक को देखते हुए वे पहले ही स्टेशन पहुंच गए थे, जिससे एसएमएस का कोई लाभ नहीं हुआ। महाराष्ट्र सिख एसोसिएशन के संयोजक बल मलकीत सिंह ने कहा, रेलवे को ऐसे वक्त यात्रियों से मानवीय दृष्टिकोण से पेश आना चाहिए।
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सोलापुर-वंदे भारत देरी: 6 घंटे+
निर्धारित आगमनः 12:35 दोपहर
वास्तविक आगमनः 27:00 दोपहर
नांदेड ट्रेन प्रस्थान में देरी