गुटखा (सौ. सोशल मीडिया )
Navi Mumbai News In Hindi: वाशी स्थित मुंबई एपीएमसी सब्जी मंडी में पान, बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू बेचने के लिए एपीएमसी प्रशासन द्वारा लगभग 130 स्टॉल दिए गए हैं, जिसमें से लगभग 100 स्टॉलों पर गुटखा बेचा जाता है, ऐसी सूचना मिलने पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन और एपीएमसी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सन्जी मंडी छापेमारी कर के गुटखा जब्त किया।
इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले उक्त लोगों के स्टॉल पर छापेमारी कर उन्हें सील भी किया गया था, लेकिन अदालत में अधूरी जानकारी दिए जाने के कारण कुछ ही दिनों में ये स्टॉल फिर से खुल गए, इससे साफ है कि एपीएमसी की सब्जी मंडी में गुटखा माफिया का धंधा फिर से जोर-शोर से शुरू हो गया है, जिसके चलते यह मंडी गुटखा मंडी बन गई है।
मंडी परिसर के कई स्टॉलों पर पानी और बिस्कुट की आड़ में गुटखा आसानी से मिल जाता है। गौरतलब है कि वाशी स्थित एपीएमसी की सब्जी और फल मंडी में गुटखा के साथ-साथ गांजा और शराब की बिक्री भी होती है।
व्यापारियों का आरोप है कि इस बात की जानकारी एपीएमसी के सचिव को है, फिर भी वे जानबूझकर इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। मंडी में चर्चा है कि यह कारोबार बाजार समिति के सुरक्षा अधिकारी, सचिव और खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त योगेश धाणे ने बताया है कि एपीएमसी पुलिस और खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इस संबंध में सचिव से बार-बार पत्राचार किया है, इसके बावजूद सचिव ने इसे नजरअंदाज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार एपीएमसी की सब्जी मंडी में लगभग 5,000 मजदूर अवैध रूप से रहते हैं। जिसमें बंग्लादेशियों का समावेश है। इन मजदूरों की वजह से माथाडी कामगारों की रोजी-रोटी पर खतरा बढ़ गया है, जिसे गंभीरता से लेते हुए माथाड़ी कामगारों के नेता नरेंद्र पाटिल ने राज्य के मुख्यमंत्री, नवी मुंबई पुलिस और एपीएमसी के सचिव के कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उक्त अवैध मजदूरों के खिलाफ अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
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बताया जाता है कि उक्त अवैध मजदूरों की वजह से एपीएमसी गुटखा की बिक्री का मुख्य केंद्र बन गई है। वाशी स्थित एपीएमसी की मंडियों को नशा मुक्त बनाने के लिए ‘नशा मुक्त बाजार समिति’ सतत कार्य कर रही है, लेकिन गुटखा माफियाओं की वजह से समिति के सभी प्रयास विफल हो रहे हैं। बताया जाता है कि पिछले कई वर्षों से एपीएमसी की मंडियों के परिसर में गुटखा, गांजा और शराब खुलेआम बेची जा रही है।