
प्रतीकात्मक तस्वीर
मुंबई: मुंबई (Mumbai) में कोरोना (Corona) कमजोर पड़ता जा रहा है। पूरे शहर में कोविड (Covid) के लिए आरक्षित किए गए कुल बेड्स (Beds) में से 94 फीसदी बेड्स रिक्त पड़े हैं। वैसे तो मुंबई में 2823 एक्टिव कोरोना मरीज (Active Corona Patient) हैं, लेकिन इसमें से 1,524 मरीज में कोई लक्षण या स्वास्थ्य समस्या नहीं है।
मुंबई में कोविड मरीजों के लिए शहर में मौजूद 23,000 कोविड बेड्स में से केवल बेड्स 1,500 पर ही मरीजों का उपचार (Treatment) चल रहा है। मरीज कम होने के कारण 11 में से कुछ जंबो सेंटर संचालित हैं, बाकी को स्टैंड बाय में रखा गया है। जंबो केंद्रों में 6,000 बेड पर सिर्फ 300 मरीजों का इलाज चल रहा है। कोविड मरीजों की कम होती संख्या उसमें भी अस्पताल भर्ती होने की आवश्यकता का कम होना सुकून देने वाली बात है।
अतिरिक्त मनपा आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि कोविड के केसेस काफी कम हो गए हैं, टीकाकरण के कारण लोगों में कही न कहीं इम्युनिटी विकसित हुई है। हमारे एक्टिव मरीजों की संख्या भी दिन-ब-दिन कम होती जा रही है, लेकिन अब भी बीमारी खत्म नहीं हुई है, मास्क पहने, कोविड नियमों का पालन करें और टीके की दोनों डोज लें।
मुंबई में पिछले साल मार्च में कोरोना घुसपैठ की तब से लेकर 15 नवंबर तक कोरोना की दो लहरों में कुल 7 लाख 59 हजार 593 संक्रमित मरीज मिले थे, जिसमें 7 लाख 37 हजार 930 लोगों ने कोरोना को मात भी दे दी है। मुंबई की रिकवरी रेट 97 फीसदी तक पहुंच गई है।
मुंबई में कोविड के कारण अब तक 16 हजार 292 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है। हालांकि अब मुंबई में मौत का आंकड़ा भी सिंगल डिजिट में पहुंच गया है।
मुंबई में कोविड के कारण एक समय करीब एक हजार इमारतें सील हुई थी, लेकिन अब इनकी संख्या 15 है। स्लम की तरह इमारतें भी कोरोना मुक्त हो रही हैं, हालांकि अब भी हजारों फ्लोर सील पड़ी हैं।






