पहले अपना देखेंगे, बचा तो सहयोगियों को बांटेंगे (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai News: सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को मुंबई महानगरपालिका सहित महाराष्ट्र के अन्य स्थानीय निकायों के चुनाव के 31 जनवरी 2026 से पहले कराने के निर्देश दिए हैं। इसी पृष्ठभूमि में राज्य के सियासी दलों की तैयारी जोर पकड़ने लगी है। तो वहीं गठबंधन में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने के लिए स्व बल के नारे भी दिए जा रहे हैं। राज्य सत्तारूढ़ महायुति में ये हथकंडे कुछ ज्यादा ही आजमाए जा रहे हैं। लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सहयोगी दलों के प्रेशर गेम की हवा निकालने वाला बयान दिया है।
उन्होंने बीजेपी की नीति के बारे में साफगोई से कहा कि हम पहले अपने देखेंगे और बचा तो सहयोगियों में बांटेंगे। लेकिन सांगली में दिए गए उनके बयान से महायुति में मतभेद गहराने की आशंका बढ़ गई है।आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारी के सिलसिले में बीजेपी में समीक्षा बैठकों का दौर चल रहा है।
इसी बीच मंत्री पाटिल ने कहा कि भाजपा पहले अपना देखेगी और अगर सीटें बचीं तो वह सहयोगियों को भी देगी। आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस और अन्य दलों से भाजपा में शामिल हुए लोगों का क्या होगा? इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री पाटिल ने स्थानीय मदनभाऊ पाटिल गुट को लेकर सकारात्मक संकेत दिए। चंद्रकांत पाटिल ने हाल ही में भाजपा में शामिल हुए वसंतदादा पाटिल परिवार की पोती, मदनभाऊ पाटिल गुट की नेता और जिला बैंक की उपाध्यक्ष जयश्रीताई पाटिल से मुलाकात की।
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वह उनके घर गए और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने जयश्री पाटिल, भाजपा में शामिल हुए सभी वर्तमान और पूर्व नगरसेवकों, साथ ही अन्य इच्छुक उम्मीदवारों के साथ चर्चा की तथा वार्ड की राजनीतिक स्थिति की समीक्षा की।
बैठक में, मंत्री पाटिल ने घोषणा की कि 2018 के नगर निगम चुनावों में जीतने वाले भाजपा और मदनभाऊ पाटिल गुट के सभी उम्मीदवारों को इस चुनाव में भी फिर से उम्मीदवारी दी जाएगी। साथ ही, शेष सीटें महायुति के घटक दलों के साथ-साथ अन्य दलों से आने वाले शक्तिशाली कार्यकर्ताओं को दी जाएंगी। इस मौके पर उन्होंने ये घोषणा भी की कि यह केवल उन्हीं को दिया जाएगा जो भाजपा के टिकट पर लड़ना चाहते हैं। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शेखर इनामदार और जनसुराज्य शक्ति पार्टी के नेता समित कदम मौजूद थे।