उद्धव ठाकरे, एकनाथ शिंदे (pic credit; social media)
BMC Elections: महाराष्ट्र की राजनीति में एक और बड़ा ट्विस्ट सामने आने वाला है। शिवसेना में हुई ऐतिहासिक बगावत के बाद उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लगातार उद्धव ठाकरे को झटके दिए हैं। लेकिन अब आगामी बीएमसी चुनाव से पहले हालात पलट सकते हैं। संकेत मिल रहे हैं कि शिंदे गुट के करीब 15 पूर्व नगरसेवक फिर से उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) में घर वापसी करने को तैयार हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, शिंदे खेमे से जुड़े इन नगरसेवकों का मानना है कि बीएमसी चुनाव में उद्धव ठाकरे की लोकप्रियता और कार्यकर्ताओं का मजबूत नेटवर्क निर्णायक साबित हो सकता है। यही कारण है कि ये पूर्व नगरसेवक अब यूबीटी नेताओं के संपर्क में हैं और वापसी की राह तलाश रहे हैं।
हाल ही में शिवसेना (यूबीटी) की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक में विधायकों और सांसदों ने उद्धव ठाकरे से अपील की कि जो पूर्व नगरसेवक पार्टी में लौटना चाहते हैं, उनके घर वापसी पर फैसला लिया जाए। पार्टी का मानना है कि चुनावी माहौल में अगर इन नगरसेवकों को वापस शामिल किया गया तो संगठन और मजबूत होगा और शिंदे गुट को बड़ा झटका लगेगा।
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15 नगरसेवकों की संभावित घर वापसी की चर्चा ने शिंदे गुट में बेचैनी बढ़ा दी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह कदम आगामी बीएमसी चुनाव में खेल बदल सकता है। क्योंकि मुंबई में शिवसेना का आधार वोट बैंक अब भी मजबूत है और अगर टूटे हुए नेता वापस लौटते हैं तो उद्धव का पलड़ा भारी हो सकता है।
उद्धव ठाकरे लगातार यह संदेश देने की कोशिश में हैं कि असली शिवसेना वही है और लोग उनके नेतृत्व पर भरोसा करते हैं। अगर शिंदे गुट से लौटे नेता चुनावी मैदान में उतरे तो यह न सिर्फ ताकत का प्रदर्शन होगा बल्कि बगावत के बाद टूटे मनोबल को भी संभाल लेगा।
मुंबई की राजनीति में बीएमसी चुनाव हमेशा सत्ता की सियासत तय करने वाला कारक रहा है। ऐसे में शिंदे गुट के 15 नगरसेवकों की घर वापसी अगर सच होती है तो यह चुनावी समर में बड़ा उलटफेर साबित हो सकता है।