बाबा सिद्दीकी हत्याकांड (कांसेप्ट फोटो)
मुंबई : बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस की जांच से पता चला है कि पंजाब में गिरफ्तार किए गए मुख्य संदिग्ध आकाशदीप गिल ने मास्टरमाइंड अनमोल बिश्नोई सहित मुख्य साजिशकर्ताओं से संपर्क करने के लिए एक मजदूर के मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया था। इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि पुलिस की पकड़ से बचने के लिए कई शातिराना तरीकों का इस्तेमाल किया गया था।
गिल की पहचान कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई द्वारा रची गई हत्या की साजिश में रसद समन्वयक के रूप में की गई थी। जिसकी जांच के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने कहा कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कुछ ऐसे तरीके भी खोजे गए जिससे हत्यारे व साजिशकर्ता पकड़े न जा सकें। इसी बारे में जानकारी देते हुए पंजाब के फाजिल्का से गिरफ्तार आकाशदीप गिल ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि कैसे उसने एक मजदूर के मोबाइल हॉटस्पॉट का उपयोग करके मुख्य साजिशकर्ताओं से संपर्क किया था।
पुलिस की पकड़ से बचने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल किया गया था। गिल ने बलविंदर नामक एक मजदूर के हॉटस्पॉट का उपयोग करने की बात स्वीकार की, जिससे वह ऑफ़लाइन दिखाई दे सके और ट्रैकिंग से बच सके। क्राइम ब्रांच वर्तमान में गिल के मोबाइल फोन की तलाश कर रही है, जिसमें मामले से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत हो सकते हैं। गिल की पहचान गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई द्वारा रची गई हत्या की साजिश के लिए एक महत्वपूर्ण रसद समन्वयक के रूप में की गई है।
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12 नवंबर को मुंबई की किला कोर्ट ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी और शूटर शिव कुमार समेत चार अन्य आरोपियों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। शिव कुमार और चार अन्य आरोपियों को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने 10 नवंबर को उत्तर प्रदेश के बहराइच के नानपारा इलाके से गिरफ्तार किया था।
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के निर्मल नगर में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के पास तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्या के सिलसिले में सलमान वोहरा और आकाशदीप सिंह को भी गिरफ्तार किया है। वोहरा पर हत्या के लिए पैसे देने का आरोप है। जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व वाले एक गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पुणे का एक बड़ा नेता भी बिश्नोई गिरोह के रडार पर था। सूत्रों के अनुसार, 16 नवंबर को एनसीपी नेता की हत्या के मास्टरमाइंड और वांछित आरोपी शुभम लोनकर ने कथित तौर पर श्रद्धा वॉकर हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी आफताब पूनावाला की हत्या की योजना बनाई थी।
सूत्रों के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से कथित तौर पर जुड़े लोनकर ने 2022 में दिल्ली के साकेत कोर्ट में पूनावाला की हत्या करने के लिए एक महीने तक लगातार योजना बनाई थी। आरोपी आफताब फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल नंबर 4 में बंद है।