शिवसेना नेता संजय निरुपम व कॉमेडियन कुणाल कामरा (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: शिवसेना के प्रमुख नेता एवं उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित देश की कई नामी गिरामी हस्तियों खासकर राजनीतिज्ञों के खिलाफ व्यंगात्मक गीत लिखने व सार्वजनिक मंचों पर उन गीतों को गा कर विवाद मोल लेने वाले स्टैंडिंग कॉमेडियन कुणाल कामरा पर शिवसेना के प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद संजय निरुपम ने बड़ा आरोप लगाया है।
संजय निरुपम का आरोप है कि व्यंग्यात्मक गीतों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक का उपहास उड़ाने वाले कामरा को डिप्टी सीएम शिंदे के उपहास और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के बदले विदेशों से 4 करोड़ रुपए मिले हैं। इसे एक अंतरराष्ट्रीय साजिश बताते हुए निरुपम ने दावा किया है कि कामरा को दान देने वालों में अमेरिका की फोर्ड फाउंडेशन भी शामिल है, जिस पर देश विरोधी संगठनों को फंडिंग करने का आरोप है।
मुंबई में आयोजित एक पत्रकार परिषद में संजय निरुपम ने कहा कि कामरा अपने यूट्यूब पर प्रसारित किए गए शो में भारत, सर्वोच्च न्यायालय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और शिवसेना जैसे प्रमुख राजनीतिक दल के नेता एकनाथ शिंदे की बदनामी करते रहे हैं। इस शो के लिए कामरा को विदेशों से भारी मात्रा में फंडिंग प्राप्त होती है। अब तक कामरा को कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, मध्य पूर्व के सऊदी अरब और कतर जैसे देशों से 4 करोड़ से अधिक की विदेशी निधि मिली है।
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने विशेष तौर पर ध्यान आकर्षित करते हुए याद दिलाया कि कामरा को पैसा देने वालों में एक विशेष समुदाय के दानदाताओं की संख्या अधिक है। उन्होंने संदेह जताया कि इन दानदाताओं के लिए मौलानाओं द्वारा फतवा जारी किया गया था।
शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने कहा कि कुणाल कामरा ने ‘हम होंगे कंगाल’ नामक व्यंग्यात्मक गीत के माध्यम से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। कनाडा में भारत विरोधी संगठन सक्रिय हैं। इसलिए वहां से कामरा को मिली निधि की जांच होनी चाहिए।
निरुपम ने आगे कहा कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (एफसीआरए) की धारा 3 के तहत चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार, पत्रकार, कॉलमनिस्ट, कार्टूनिस्ट, संपादक, मीडिया ब्रॉडकास्ट कंपनियां, यूट्यूबर्स आदि को विदेशी निधि स्वीकार करने पर प्रतिबंध है। इसलिए कामरा ने विदेशी मुद्रा अधिनियम का उल्लंघन किया है। इसके चलते कामरा पर देशद्रोह का भी मामला दर्ज होना चाहिए, ऐसा निरुपम ने कहा।
कुणाल कामरा विवाद से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
व्यंग्यात्मक गीत बनाने के बाद कामरा तमिलनाडु में छिप गया है, लेकिन उसे पुलिस कार्रवाई का सामना करना ही पड़ेगा। कानून से कोई नहीं बच सकता, ऐसा चेतावनी देते हुए निरुपम ने कहा कि कामरा के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना उबाठा का हाथ है और यह बात उबाठा के प्रवक्ता एवं सांसद संजय राऊत की स्वीकारोक्ति से स्पष्ट हो गई है।