स्वच्छता का राग अलापने वालों पर 'निगरानी'
Gondia News: यात्रा के दौरान ट्रेन के डिब्बे में सफाई सभी की जिम्मेदारी है, लेकिन कुछ यात्री इस जिम्मेदारी से बचते हैं। घर का बना खाना लेकर आए कई लोगों के खाने के डिब्बे जब खत्म हो जाते हैं, तो बचा हुआ खाना कहीं भी फेंक दिया जाता है। इन्हें सीट के नीचे, खिड़की के बाहर या प्लेटफार्म पर फेंक दिया जाता है। इससे ट्रेन की स्वच्छता खतरे में पड़ती है, दुर्गंध फैलती है और बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसी पृष्ठभूमि में, रेलवे प्रशासन अब “निगरानी मोड” में आ गया है और स्वच्छता का राग अलापने वाले यात्रियों पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है।
कुछ लोग प्लेटफार्म पर खाना फेंक देते हैं, जिससे ट्रेन के डिब्बे और प्लेटफार्म पर गंदगी और दुर्गंध फैल जाती है। सैकड़ों यात्री, जिन्हें लगता है कि उन्हें ट्रेन में स्वादिष्ट खाना नहीं मिलता या मिलता भी है, तो उसकी कीमत वहन नहीं कर सकते, यात्रा के दौरान घर से खाने के डिब्बे अपने साथ ले जाते हैं। भूख लगने पर वे अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही ये खाना खा लेते हैं। हालांकि, कुछ लोग बचा हुआ खाना कोने में या सीट के नीचे फेंक देते हैं। कुछ लोग ऐसा खाना प्लेटफार्म पर या खिड़की से बाहर फेंक देते हैं। इससे ट्रेन का डिब्बा और प्लेटफार्म गंदा हो जाता है। इससे दुर्गंध फैलती है। इससे अन्य यात्रियों को संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
प्रशासन ट्रेन और स्टेशन को साफ-सुथरा रखने के लिए नियमित प्रयास करता है। इस संबंध में अपील भी की जाती है। फिर भी, कई यात्री लापरवाही बरतते हैं। वे अपील की कद्र नहीं करते या सफाई पर जोर नहीं देते। ऐसे यात्रियों को होश में लाने के लिए रेलवे प्रशासन ने अब सख्त नीति अपनाई है।
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अब से रेलवे स्टेशन या ट्रेनों में गंदगी फैलाने वाले यात्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गोंदिया रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि जो यात्री पान, खरबूजा खाकर उसके टुकड़े फेंक देते हैं या सिगरेट, बीडी पीकर उसके टुकड़े फेंक देते हैं, उन्हें भी अब से सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।