मोबाइल वैन से 3,350 महिलाओं की कैंसर की जांच (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gondia District: वर्तमान में कैंसर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, गर्भाशय कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर, स्तन कैंसर जैसे कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसके लिए समय पर इलाज करवाना जरूरी है।अगर समय पर इलाज न कराया जाए, तो इस बीमारी के मामले बढ़ जाते हैं। लोक स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर के रचनात्मक विचार पर आधारित, महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में, गांव स्तर पर मोबाइल कैंसर वैन जांच अभियान शुरू किया गया।
गोंदिया जिले में 21 अगस्त से 30 सितंबर के बीच 32 स्वास्थ्य संस्थानों में मोबाइल कैंसर वैन स्क्रीनिंग अभियान चलाया गया। जिसमें 1175 मुख कैंसर, 1138 स्तन कैंसर और 1037 गर्भाशय ग्रीवा कैंसर ऐसे कुल 3 हजार 350 महिलाओं की जांच की गई। इसके अलावा, 1175 पुरुषों की भी मुख रोगों की जांच की गई, इस प्रकार इस अभियान में 4,437 लाभार्थियों की जांच की गई।
जिला शल्य चिकित्सक डॉ. पुरुषोत्तम पटले के अनुसार, जिले में कुल 32 स्वास्थ्य संस्थानों में मोबाइल कैंसर वैन के माध्यम से जांच की गई, जिनमें गोंदिया तहसील में 6, तिरोड़ा में 3, गोरेगांव में 4, आमगांव में 4, सड़क अर्जुनी में 3, सालेकसा में 4, देवरी में 4 और अर्जुनी मोरगांव तहसील में 4 शामिल हैं। जिलाधीश प्रजीत नायर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. मुरुगानंथम, जिला परिषद अध्यक्ष लायकराम भेंडारकर, उपाध्यक्ष व स्वास्थ्य सभापति सुरेश हर्षे के विशेष आह्वान और जिला परिषद सदस्यों, पंचायत समिति सदस्यों और ग्राम पंचायत पदाधिकारियों के सहयोग से, स्वास्थ्य शिविर के दौरान बड़ी संख्या में ग्राम-स्तरीय महिलाएं अपने स्वास्थ्य की जांच के लिए आगे आईं।
गोंदिया जिले में यह अभियान जिलाधीश प्रजीत नायर व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. मुरुगानंथम के मार्गदर्शन में जिला शल्य चिकित्सक डॉ. पुरुषोत्तम पटले, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. तृप्ति कटरे, सहायक जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अरविंदकुमार वाघमारे, माता व शिशु कल्याण अधिकारी डॉ. रोशन राऊत के नेतृत्व में चलाया गया।
मोबाइल वैन में तीनों प्रकार के कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और मुख कैंसर की जांच के लिए एक एसी जांच कक्ष भी था। वैन में मुख कैंसर के लिए डेंटल चेयर, स्तन कैंसर के लिए उन्नत जांच प्रणाली और सर्वाइकल कैंसर के लिए कोल्पोस्कोप उपलब्ध कराया गया था। वैन में स्त्री रोग विशेषज्ञ, मुख शल्य चिकित्सक और शल्य चिकित्सक उपलब्ध थे।
एक चिंताजनक तथ्य यह है कि सभी उम्र की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के मामलों में वृद्धि हो रही है। इसमें रहन-सहन, खान-पान और जीवनशैली तो महत्वपूर्ण है ही, साथ ही आनुवंशिकी, मोटापा, धूम्रपान और बढ़ती उम्र भी इसके प्रमुख कारण हैं। ऐसे में महिलाओं को कैंसर के लक्षणों की जानकारी देना, नियमित जांच करवाना और समय पर निदान और उपचार के लिए जागरूकता पैदा करना लाभदायक है।
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कैंसर जांच शिविर के दौरान तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन के साथ-साथ स्वास्थ्य संस्थान के स्वास्थ्य कर्मचारी, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य सहायक, फार्मासिस्टों, फ्लेबोटोमिस्टों, स्टाफ नर्सों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा सेविकाओं, परिचारकों और अन्य सभी अधिकारियों/कर्मचारियों के सहयोग से कैंसर जांच शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।