गिरफ्तार आरोपियों के साथ पुलिस अधिकारी (फोटो नवभारत)
Gondia Crime News: गोंदिया के रावणवाड़ी थाने के तहत लंबाटोला जंगल परिसर में पुराने विवाद को लेकर मशीटोला घाटटेमनी निवासी विनोद देशमुख की दो आरोपियों ने तलवार से प्रहार कर हत्या कर दी। रावणवाड़ी पुलिस ने मामला दर्ज किया। इस दौरान स्थानीय अपराध शाखा की टीम ने 24 घंटे के भीतर हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों का नाम आमगांव तहसील के गिरोला निवासी प्रशांत उर्फ लोकेश छनुलाल कावडे (25) व कामेश चुन्नीलाल कावडे (28) बताया गया है।
मशीटोला घाटटेमनी निवासी विनोद देशमुख 19 अगस्त अपने फार्म हाऊस पर गया था। लेकिन वह रात देर तक घर पर नहीं लौटा। 20 अगस्त को उसकी पत्नी व गांव के लोग उसकी तलाश करने गांव के जंगल परिसर में गए। जहां उसका शव दिखाई दिया। अज्ञात आरोपियों ने उसके सिर पर हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी थी। फिर्यादी हिरकणी विनोद देशमुख की शिकायत पर रावणवाड़ी पुलिस ने मामला दर्ज किया।
हत्या के मामले की गंभीरता को देखते हुए गोंदिया पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे के निर्देश पर स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक पुरुषोत्तम अहेरकर के नेतृत्व में जांच शुरू की। स्थानीय अपराध शाखा के अधिकारी व हवलदारों की तीन टीमों को नियुक्त किया गया।
अपराध के बारे में विस्तृत जानकारी लेने के बाद, उन्होंने क्षेत्र के लोगों से घटनास्थल से भागे हुए आरोपियों के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र की और हत्या करने वाले आरोपियों की पहचान करने के लिए अथक प्रयास किया।
इस दौरान गिरोला निवासी आरोपी प्रशांत उर्फ लोकेश छनुलाल कावड़े (25) व कामेश चुन्नीलाल कावड़े (28) को ग्राम कालीमाटी से हिरासत में लिया गया। उनकी गहनता से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध कबुल किया। दोनों आरोपियों को रावणवाड़ी पुलिस को सौंप दिया गया।
मृतक विनोद ने अपने साथियों के साथ मिलकर आरोपी प्रशांत के घर जाकर उसे व उसके पिता की लाठी से पिटाई की थी। मृतक के खिलाफ आमगांव थाने में मामला भी दर्ज है। मृतक विनोद आरोपी के गांव में जाता था क्योंकि उसका ईंट भट्ठा था और जब वह उस गांव में जाता था, तो दोनों आरोपियों को गालीगलौज कर धमकी देता था।
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इस कारण से दोनों आरोपियों ने चार-पांच दिन पहले विनोद की हत्या की साजिश रची और 19 अगस्त के रात करीब 9 बजे गिरोला से मशीटोला जाने वाली पक्की सड़क पर विनोद को रोककर उसके चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंका, लोहे की तलवार से उसके सिर, पीठ और गर्दन पर वार किया और उसके शव को मोटरसाइकिल सहित बाघ नदी के किनारे लंबाटोला गांव की झाड़ियों में फेंक दिया।