विजय देवरकोंडा के खिलाफ पुलिस में शिकायत (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गड़चिरोली: क्या फिल्मों में मनोरंजन के नाम पर धार्मिक भावनाओं का अपमान जायज है, यही सवाल महाराष्ट्र के गड़चिरोली जिले के सिरोंचा में गूंज उठा है। दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार विजय देवरकोंडा की नई फिल्म फैमिली स्टार पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। शुक्रवार को सिरोंचा पुलिस थाने में उनके खिलाफ एक लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया गया कि फिल्म के एक गाने में मंदिर जैसी पवित्र संरचना में प्रेम और अश्लील दृश्य फिल्माए गए हैं। शिकायतकर्ताओं ने इसे हिंदू धर्म और संस्कृति का घोर अपमान बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि फिल्म में जो सेट दिखाया गया है वह पूरी तरह से मंदिर जैसा दिखता है। उसमें नायक-नायिका के बीच रोमांटिक, अश्लील और आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं। स्थानीय संगठनों के नेताओं ने आरोप लगाया की, “मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। वहां देवता की मूर्तियां और पूजा का माहौल दिखाकर ऐसे प्रेम दृश्य फिल्माना हिन्दू समाज का अपमान है। यह न सिर्फ अशोभनीय है बल्कि हमारी परंपराओं का भी मजाक है।” लोगों का कहना है कि फिल्म निर्माताओं ने जानबूझकर सनसनी और प्रचार के लिए धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला कंटेंट डाला है।
शिकायत मिलने के बाद सिरोंचा पुलिस ने पुष्टि की कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने कहा, “हमें यह लिखित शिकायत प्राप्त हुई है। हम इसका परीक्षण कर रहे हैं। कानून के अनुसार जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।” हालांकि खबर लिखे जाने तक इस मामले में कोई औपचारिक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज नहीं की गई थी।
इस विवाद ने स्थानीय स्तर पर उबाल ला दिया है। कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने फिल्म के निर्माता और विजय देवरकोंडा से सार्वजनिक माफी की मांग की है। उनका कहना है, “अगर यह दृश्य फिल्म से नहीं हटाया गया और माफी नहीं मांगी गई, तो हम बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह हमारे धर्म का अपमान है जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।” कुछ संगठनों ने सोशल मीडिया पर भी मोर्चा खोल दिया है और हैशटैग चलाकर फिल्म के बहिष्कार की अपील की है।
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फिल्म के उस कथित विवादित गीत का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कई लोग इसे शेयर कर गुस्सा जता रहे हैं। कुछ यूजर्स ने लिखा
“फिल्म वाले मनोरंजन के नाम पर कुछ भी परोस रहे हैं। मंदिर में अश्लीलता दिखाना किसी भी धर्म के साथ किया जाता तो इतना ही गलत होता।” इस क्लिप पर हजारों कमेंट और रीपोस्ट हो चुके हैं।
विवाद बढ़ने के बावजूद फिल्म निर्माता दल या अभिनेता विजय देवरकोंडा की ओर से कोई औपचारिक सफाई या प्रतिक्रिया नहीं आई है। फिल्म इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि इस विवाद से फिल्म को सुर्खियां तो मिली हैं, लेकिन यह बेहद संवेदनशील मामला है जिसमें धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ का आरोप लग रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप भारतीय दंड संहिता की धारा 295-A के तहत आते हैं। हालांकि इस मामले में अभी सिर्फ शिकायत दी गई है, पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है।
पुलिस अधिकारी का कहना है, “शिकायत की गंभीरता और साक्ष्यों की जांच की जा रही है। संबंधित पक्षों से पूछताछ भी हो सकती है। इसके बाद ही यह तय होगा कि अपराध दर्ज करना है या नहीं।” फिलहाल पूरे सिरोंचा क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और फिल्म निर्माताओं पर नैतिक जिम्मेदारी भी डाल रहे हैं कि वे धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें।