महावितरण की कार्यप्रणाली के 6 से आंदोलन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gadchiroli News: शार्टसर्किट से बिजली मीटर जलने के बाद तीसरे दिन महावितरण द्वारा मेरे घर में स्मार्ट मीटर लगाया गया। लेकिन दो-तीन दिनों में ही 2200 यूनिट दिखाया गया। जून माह में 0 रूपये का बिल और जुलाई माह में 26 हजार रूपयों का बिजली बिल आने से महावितरण के साथ पत्र व्यवहार करने के बाद भी किसी भी तरह की उपाययोजना नहीं की गई। जिससे महावितरण की कार्यप्रणाली के चलते आगामी 6 अक्टूबर से आंदोलन करने की जानकारी देसाईगंज निवासी आरिफ पटेल ने दी है।
मो। आरिफ पटेल ने कहां की उनके घर 6 के।डब्ल्यु,का सोलर पॅनल लगाया है। लेकिन अचानक मई 2025 में उनका बिजली मीटर शार्टसर्किट होकर जल गया। इस संदर्भ में सूचना उन्होंने महावितरण को दी। लेकिन उनकी अनुमति न लेते हुए उनके घर में महावितरण ने स्मार्ट मीटर लगाया। जिससे केवल दो-तीन दिनों में भी 2200 यूनिट की रीडिंग दिखाई गई। जून माह में 0 रूपये का बिजली बिल और जुलाई माह में करीब 26 हजार रूपयों का बिजली बिल आया। इस संदर्भ में महावितरण से पत्र व्यवहार करने के बाद भी उपाययोजना नहीं की गई।
घर पर 6 के। डब्ल्यु का सोलर पैनल होने से सोलर की रीडिंग जनरेशन को कम दिखाकर मनमानी ढंग से बिजली बिल भिजवाया गया है। शहर में ऐसे कुल 35 से 40 ग्राहक हैं, जिनके सोलर पैनल की रीडिंग ईम्पोर्ट एक्सपोर्ट होने पर भी बिल में 0 दिखाया जा रहा है। जिससे सोलर लगाने वालों का भारी नुकसान हो रहा है। महावितरण ने पटेल के बिजली बिल में सिक्योरेटी डिपोजिट रकम 8540 रूपये भी बिल गायब की।
पूर्व अनुमति न लेते हुए स्मार्ट मीटर लगाने और पहले ही राज्य में स्मार्ट मीटर को विरोध होते हुए भी पटेल की गैरहाजिरी में स्मार्ट मीटर लगाया गया है। सोलर की रीडिंग जनरेशन कम और शॉर्ट सर्किट के बाद करीब 26 हजार रूपयों का बिजली और बिजली बिल में सिक्योरेटी डिपोजिट रकम गायब होना यह महावितरण के अधिकारी और मोन्टो कंपनी के ठेकेदार के मिलीभगत से होने का आरोप पटेल ने लगाया है। वहीं इस मामले के खिलाफ आगामी 6 अक्टूबर से अनशन करने की चेतावनी पटेल ने दी है।
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महावितरण उपविभाग वडसा उप कार्यकारी अभियंता ने कहा कि गत वर्ष के इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के तालमेल के फरक अनुसार मई, जून व जुलाई इन तीन माह के यूनिट अनुसार ही बिलिंग किया गया। इसके संदर्भ में पटेल को पत्र द्वारा लिखित सूचना दी गई थी।