गड़चिरोली. गड़चिरोली वनविभाग के सीमा पर और वड़सा वनविभाग अंतर्गत आनेवाले कोरची तहसील में पिछले कुछ दिनों से जंगली हाथियों का विचरण शुरू है. ऐसे में शुक्रवार को वड़सा वनविभाग के मालेवाड़ा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले तलवारगड़ गांव में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाते हुए धान फसलों को नुकसान पहुंचाया. साथ ही हाथियों के हमले में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी.
इस घटना से क्षेत्र के गांवों के लोगों में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है. वहीं जंगली हाथी रात के समय गांवों मेंं घुसकर घरों को क्षति न पहुंचाए, इसलिये लोग रातभर जाग रहे है. जंगली हाथियों की दहशत के कारण लोगों की नींद उड़ गयी है. इधर वनविभाग व बंगाल से आयी टिम जंगली हाथियों की चहल-पहल पर नजर रखे हुए है. लेकिन हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं लेने से लोगों में दहशत कायम है.
पिछले कुछ दिनों से जंगली हाथियों का समूह गड़चिरोली वनविभाग से वड़सा वनविभाग और वड़सा वनविभाग से गड़चिरोली वनविभाग में अपड़ाउन कर रहा है. वहीं रास्ते में आनेवाले धान फसल और घरों को हाथीं रोंदतते हुए जा रहे है. दो दिन पहले इसी परिसर में धान फसलों का नुकसान करने के साथ ही एक व्यक्ति की जान लेने के बाद मालेवाड़ा वनपरिक्षेत्र के रांगी/प्रतापगढ़ परिसर में जंगली हाथियों का लोकेशन होने की जानकारी मिली है. फिलहाल यह हाथी जंगल है. लेकिन हाथी हरसमय अपना रास्ता बदलने के कारण लोगों को दहशत भरे वातावरण में जीना पड़ रहा है.
गोंदिया जिले से वड़सा वनविभाग में जंगली हाथियों का समूह दाखिल होते ही इस क्षेत्र में हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया. पिछले कुछ दिनों से जंगली हाथी मालेवाड़ा वनपरिक्षेत्र से मुरूमगांव परिक्षेत्र में आवागमन कर रहे है. इस कालावधि में जंगली हाथियों ने कोरची और कुरखेड़ा तहसील में काफी उत्पात मचाया है. धान फसलों को नुकसान पहुंचाने से इस क्षेत्र के किसान वर्ग वित्तीय संकट में पड़ गये है. इधर वनविभाग द्वारा दस्ते गठीत कर जंगली हाथियों पर निगहबानी रखी जा रही है. बावजूद इसके जंगली हाथी उत्पात मचा रहे है. जिसके कारण हाथियों ने वनविभाग के कर्मचारियों की मुश्किले बढ़ा दी है.
वर्तमान स्थिति जंगली हाथियों का समूह कोरची तहसील के जंगल है. ऐसे में हाथियों द्वारा खेतों में पहुंचकर धान फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही घरों को भी क्षति पहुंचा रहे है. रात के समय जंगली हाथी गांवों में न घुस पाए, इसलिये ग्रामीण पहरा दे रहे है. बावजूद इसके जंगली हाथी नियंत्रण नहीं आने के कारण लोगों को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. जिससे नागरिक सतर्कता बरते, ऐसी अपिल वनविभाग द्वारा की गई है.