( फोटो सोर्स एएनआई)
मुंबई : इस साल 10 दिवसीय गणेशोत्सव का आगाज 7 सितंबर को हुआ था और 17 सितंबर को बप्पा की विदाई हुई। इस दौरान विघ्नहर्ता गणपति बप्पा जगह-जगह पंडालों में विराजमान रहे। मुंबई के मशहूर गणपति लालबाग के राजा के दर्शन के लिए भी पूरे 10 दिन भक्तों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान हजारों गणेश भक्तों ने बप्पा को दिल खोल कर दान किया। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के मुताबिक पहले ही दिन लालबाग के राजा के चरणों में भक्तों ने 48.30 लाख रुपए का चढ़ावा चढ़ाया।
इसके साथ ही भारी मात्रा में सोना और चांदी भी दान के रूप में उनके भक्तों ने भेंट किया। गणेश चतुर्थी के पहले दिन से आखिरी दिन यानी अनंत चतुर्दशी तक लालबागचा राजा को कुल 5.65 करोड़ रुपये नकद चढ़ावा मिला। मंडल ने बताया कि लालबाग के राजा को प्राप्त दान की गिनती पूरी हो गई है। गणेशोत्सव के 10 दिनों के दौरान लालबाग के राजा को कुल चढ़ावे में 5.65 करोड़ रुपए नकद, 4.15 किलो सोना और 64.32 किलोग्राम चांदी मिली है।
गौरतलब है कि लालबागचा राजा मुंबई के सबसे अमीर, प्रतिष्ठित और लोकप्रिय गणेश पंडालों में से एक है। इस मंडल की स्थापना 1934 में कोली समुदाय के मछुआरों द्वारा लालबाग बाजार में की गई थी। हर साल की तरह इस बार भी लालबाग राजा के पंडाल को भव्य तरीके से सजाया गया। इस बार बप्पा को 66 किलो सोने और 325 किलो चांदी के आभूषणों से सजाया गया था। साथ ही 400 करोड़ रुपये का बीमा भी कराया गया था। लालबाग के राजा के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से पहुंचे। पंडाल के बाहर 24 घंटे दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रही। तमाम बड़े नेता, फिल्म स्टार बप्पा के दर्शन करने पहुंचे थे।
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अनुमान है कि पहले ही दिन लगभग 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लालबाग के राजा के दर्शन किए। पहले दिन कई बॉलीवुड अभिनेता, राजनीतिक नेताओं के साथ आम नागरिकों ने लालबाग के राजा के दर्शन किए। अनंत अंबानी ने लालबाग के राजा को 20 किलो सोने का मुकुट उपहार में दिया। इस मुकुट की कीमत 20 करोड़ रुपए है। अनंत चतुर्दशी के दिन लालबाग के राजा का मुकुट उतारने से पहले उनका विसर्जन किया गया। यह सोने का मुकुट अब एक लॉकर में रखा गया है। अनंत अंबानी को लालबाग के राजा समिति का कार्यकारी सलाहकार भी नियुक्त किया गया है। लालबाग के राजा का अनंत चतुर्दशी के दिन गिरगांव चौपाटी में विसर्जन किया गया।