
ATM में शांति, ऑनलाइन को प्राथमिकता
Chandrapur District: कई लोग नकद लेनदेन के बजाय कैशलेस, ऑनलाइन लेनदेन को प्राथमिकता दे रहे हैं। चूँकि Google-Pay, Paytm और अन्य ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म नागरिकों द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं, चिमूर में एटीएम में भीड़ कम दिख रही हैं। बदलते समय के साथ नागरिक तेजी से विकसित हो रही तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए शहर के साथ-साथ गांवों में भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने का क्रेज तेजी से बढ़ा है। छोटी-छोटी खरीदारी करने के बाद विक्रेता को नकद राशि दिए बिना विभिन्न माध्यमों से ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है।
मोबाइल से लेनदेन के लिए भीम ऐप, गूगल-पे, पेटीएम, फोन-पे का इस्तेमाल किया जा रहा है। कई लोगों ने अलग-अलग ऐप डाउनलोड किए हैं। UPI के अंतर्गत आने वाले सभी प्लेटफ़ॉर्म का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। नागरिकों के लिए मोबाइल से भुगतान करना सुविधाजनक हो गया है। पैसे खोने का डर नहीं रहता। इसके अलावा जेबकतरों का भी डर नहीं रहता।
हालांकि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के कारण बैंकों से कैश निकालने वालों की संख्या बढ़ी है, लेकिन सबसे ज्यादा असर एटीएम पर पड़ा है। जिन एटीएम पर कभी नकदी निकालने के लिए ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी, वहां अब भीड़ नजर नहीं आ रही है। एक तस्वीर देखने को मिल रही है कि यह शुभ है। नागरिक अब एटीएम या बैंक जाकर समय बर्बाद नहीं करना चाहते। जिन जगहों पर नकदी निकालने की संख्या कम हो गई है वहां के एटीएम बंद किए जा रहे हैं।
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डिजिटल भुगतान से नागरिकों को बड़ी सुविधा मिली है। इससे बैंक आने वाले लोगों की संख्या कम हो गयी है। साथ ही बैंक को एटीएम पर हर महीने 50 से 60 हजार रुपये खर्च करने पड़ते थे। उसमें उन्हें 10 से 15 हजार रुपये की तरह दुकान का किराया, कर्मचारियों की सैलरी, मशीन में पेमेंट और बिजली बिल पर भी काफी खर्च करना पड़ता था। अब बैंकों को वित्तीय बचत दिख रही है क्योंकि उन्हें एटीएम पर ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ रहा है।






