पिंजरे में कैद तेंदुआ।
चंद्रपुर: चंद्रपुर में 14 बकरियों का शिकार करने वाला तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। तेंदुए ने तीन के भीतर ही दो बार हमला कर 14 बकरियों का शिकार किया था। इसके कारण ग्रामवासियों में दहशत का माहौल था।
बता दें कि सिंदेवाही तहसील में गोशाला में घुसकर 9 का शिकार करने की घटना गुरुवार की रात घटी। यह घटना शुक्रवार की सुबह उजागर हुई। दिलचस्प बात यह है कि दो दिनों में इलाके में यह दूसरी घटना होने के कारण नागरिकों में डर का माहौल था। लोनवाही के नागरिकों द्वारा मांग की जा रही थी कि वन विभाग तेंदुए की पकड़े। घटनस्थल के परिसर में सीसीटीवी कैमरे, पिंजरा लगाया गया। नागरिकों ने बताया कि रात के समय एक तेंदुआ उसी पिंजरे में फंस गया।
18 जून की आधी रात को हुई जब एक तेंदुआ गौशाला में घुस गया और रवि अमृत ढोलने की 5 बकरियों को मार डाला। जबकि 20 जून की आधी रात को एक तेंदुए ने गणपत महादेव कुंभरे के घर की गौशाला में घुसकर 9 बकरियों को मार डाला था।
नगर पंचायत सीमा में तहसील कार्यालय के पीछे 50 से 60 मकानों का पुराना लोनवाही का स्लम एरिया है। पिछले कुछ दिनों से इस इलाके में बाघ और तेंदुओं की मौजूदगी बढ़ने से नागरिकों में डर है। इस इलाके में कई लोगों ने बाघ और तेंदुए देखे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार तहसील कार्यालय के सामने घोड़ाज़ारी उपमंडल कार्यालय की जर्जर इमारत में वन्यजीवों का निवास है। यह स्थान घनी झाड़ियों से घिरा हुआ है। शिकार की तलाश में लोनवाही तहसील कार्यालय के पीछे झुग्गी बस्ती में जाते हैं और शिकार न मिलने पर पालतू जानवरों को अपना शिकार बना लेते हैं। नागरिकों ने कहा कि जल्द व्यवस्था नहीं की गई तो तेंदुआ फिर से हमला कर सकता है।