विधवा महिला और दामाद की पिटाई (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Bhandara Crime: बीमा पॉलिसी की राशि जमा की या नहीं, इस मामूली सवाल पर पुलिस पाटिल ने एक गरीब विधवा महिला और उसके दामाद के साथ गाली-गलौज करते हुए लात-घूंसों से मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। यह चौंकाने वाली घटना रविवार, 2 नवंबर को साकोली तहसील के सासरा गांव में घटी। पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, चंद्रप्रभा भाऊराव गोटेफोडे और उनके दामाद रामेश्वर नागरीकर रविवार सुबह 9 बजे पुलिस पाटिल एवं बीमा एजेंट डिगेश श्रीराम नगरकर के घर गए थे।
चंद्रप्रभा को जानकारी मिली थी कि उनकी और उनके मतीमंद पुत्र की एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस की चार पॉलिसियों का प्रीमियम जमा नहीं किया गया है। जब उन्होंने इस विषय में पूछताछ की, तो पुलिस पाटिल ने कहा, “तुम्हें बोलने का अधिकार नहीं, मैं पुलिस पाटिल हूं। कौन से पैसे?” इतना कहकर उन्होंने दोनों के साथ गाली-गलौज की और लात-घूंसों से मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद विधवा महिला ने साकोली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस मारपीट की घटना का वीडियो पीड़िता के परिजनों ने रिकॉर्ड किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पीड़िता और उसका दामाद सानगडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचाराधीन हैं।
पीड़िता ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि बीमा की रकम की मांग करने पर आरोपी लगातार टालमटोल करता रहा और हर बार “15 दिन बाद दे दूंगा” कहकर टाल देता था। इस तरह बीमा पॉलिसी की रकम और नकद मिलाकर लगभग 7 लाख रुपये की गड़बड़ी सामने आई है।
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पीड़िता चंद्रप्रभा गोटेफोडे, उनके दामाद रामेश्वर नागरीकर, शिवचरण इटवले, दयानंद गोटेफोडे और मुरलीधर गोटेफोडे ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन या कानूनी कार्रवाई जैसे किसी भी स्तर तक जाने को तैयार हैं।