भंडारा पेपर लीक केस (सौजन्य-सोशल मीडिया, कंसेप्ट फोटो)
नागपुर: इन दिनों स्टेट बोर्ड द्वारा परीक्षा ली जा रही है। शनिवार को 10वीं के अंग्रेजी विषय के पेपर में परीक्षा केंद्र में मोबाइल पर फोटो निकालकर पर्चा वायरल करने का मामला सामने आया। यह घटना भंडारा जिले के लाखांदूर तहसील के अंतर्गत परीक्षा केंद्र में हुई। हालांकि, सतर्कता की वजह से पर्चा वायरल नहीं हो सका।
इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। भंडारा जिले के लाखांदूर तहसील स्थित सीतारा व बारवा में मामला सामने आया। सुबह 11 बजे से अंग्रेजी विषय का पर्चा था। विभागीय मंडल के अध्यक्ष चिंतामण वंजारी से मिली जानकारी के अनुसार पेपर शुरू होने के बाद 11:30 बजे के करीब संबंधित केंद्र में एक कर्मचारी को पेपर का फोटो मोबाइल पर निकालते हुए देखा गया। इसकी जानकारी तुरंत बोर्ड के अधिकारियों को दी गई।
बोर्ड ने उस क्षेत्र में तैनात उड़न दस्ते को सूचित किया। इसके पश्चात जिले के शिक्षाधिकारी को अवगत कराया गया, शिक्षाधिकारी के पथक ने 10 मिनट में केंद्र पर दस्तक दी। मोबाइल पर पेपर का फोटो निकालने वाला कर्मचारी फरार हो गया। पुलिस ने बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया साथ ही अन्य 2 लोगों को भी गिरफ्तार किये जाने की जानकारी वंजारी ने दी।
ये दोनों केंद्र जिला परिषद स्कूल और महात्मा ज्योतिबा फुले शाला में हैं। दोनों केंद्रों के कर्मचारियों के मामले में शामिल होने की बात कही जा रही है। मामले की जांच जारी है। साथ ही और कितने लोग शामिल हैं, इसकी ससख्ती से पूछताछ की जा रही थी।
10वीं में अंग्रेजी विषय छात्रों के लिए किलर माना जाता है। यही वजह है कि नकल की अधिक संभावना रहती है लेकिन विविध केंद्रों पर उड़न दस्ते की दहशत की वजह से नकल के मामले सामने आने का दावा बोर्ड द्वारा किया जा रहा है। इस बीच चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर तहसील में नकल के 2 मामले सामने आये। जिस केंद्र पर मामला सामने आया वहां के केंद्र प्रमुख और पर्यवेक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई केंद्रों पर ‘भीतरी तौर पर नकल कराई जा रही है। इसमें कुछ शिक्षकों के भी शामिल होने की चर्चा है।
हालांकि, शनिवार को हुआ अंग्रेजी विषय का पर्चा आसान था। जब छात्र भीतर जा रहे थे तो उनके चेहरे पर तनाव था लेकिन आसान पेपर देख तनाव दूर हो गया। छात्रों ने बताया कि पेपर ज्यादा कठिन नहीं था, वैसे भी विषय में अंतर्गत मूल्यापन के अंक मिल जाने से उत्तीर्ण होना आसान हो गया है। कुछ छात्रों ने बताया कि पेपर कुल प्रतिशत को बढ़ाने में स्कोरिंग साबित होगा। पिछले 4-5 वर्षों से चले आ रहे पैटर्न पर प्रश्न आधारित थे। इस वजह से अच्छी तैयारी करने वालों को अच्छे अंक मिल सकेंगे।
महाराष्ट्र की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
विभागीय मंडल अध्यक्ष चिंतामण वंजारी ने बताया घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल एक्शन लिया गया, इस मामले में केंद्र प्रमुख और पर्यवेक्षक के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है। यह मामला केंद्रों के बीच आपसी तनातनी का लगता है क्योंकि परीक्षा शुरू होने के बाद पेपर वायरल करने के प्रयास कर कोई औचित्य नहीं है।